नयी दिल्ली ।खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा है कि आयोग को देश-विदेश में खादी बिक्री के विशेष आयोजन करने चाहिए।
जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके।कुमार ने शनिवार को मुंबई में ‘खादी उत्सव-2023’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग को देश के सबसे पिछड़े तथा गरीब लोगों को आजीविका उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने कहा कि खादी उत्सव जैसे कार्यक्रम और प्रदर्शनियां खादी संस्थानों, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम- पीएमईजीपी और पारंपरिक उद्योगों के उन्नयन एवं पुनर्निर्माण के लिए कोष योजना- स्फूर्ति के तहत हजारों कारीगरों के उत्पादों को सीधे ग्राहकों के हाथों में बेचने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं।
कुमार ने देश के अन्य हिस्सों के साथ-साथ विदेशों में भी इस तरह के आयोजनों को बड़ी संख्या में आयोजित करने पर जोर दिया। खादी उत्सव 24 फरवरी 2023 तक चलेगा।
केवीआईसी अध्यक्ष ने सभी से खादी उत्सव का व्यापक प्रचार करने तथा देश के गरीब सूत कातने वालों, बुनकरों, महिलाओं एवं कारीगरों के लिए सम्मानजनक तरीके से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खादी और ग्रामोद्योग से उत्पादित वस्तुओं की खरीदारी करने की अपील की।
खादी उत्सव में, खादी एवं ग्रामोद्योग संस्थान तथा खादी और ग्रामोद्योग आयोग से संबद्ध देश के विभिन्न हिस्सों से आने वली पीएमईजीपी इकाइयां अपने उत्पादों को प्रदर्शन व बिक्री के लिए प्रदर्शित कर रही हैं। इनमें सूती खादी के अलावा खादी सिल्क, पश्मीना, पॉली वस्त्रा, पटोला सिल्क, कलमकारी साड़ी, कांजीवरम सिल्क, हल्के भार वली सॉफ्ट सिल्क साड़ी, टसर सिल्क, फुलकारी ड्रेस सामग्री और खादी के कपड़े से बने अन्य आकर्षक परिधान, मधुबनी प्रंट, सूखे मेवे, चाय, कहवा, सौंदर्य के हर्बल व आयुर्वेदिक उत्पाद, शहद पदार्थ, हस्त कागज उत्पाद, गृह सज्जा उत्पाद, बांस उत्पाद, कालीन, एलोवेरा उत्पाद, चमड़े के उत्पाद तथा कई अन्य खादी और ग्रामोद्योग उत्पाद उपलब्ध हैं।