नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डॉ. धनंजय यशवंत चद्रचूड़ के उस बयान की सराहना की, जिसमें उन्होंने कहा है कि उच्चतम न्यायालय अपने फैसलों को भारत के सभी क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध कराने का प्रयास करेगा।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, हाल ही में एक समारोह में सीजेआई न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने शीर्ष अदालत के निर्णयों को क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध कराने की दिशा में काम करने की आवश्यकता के बारे में बात की। उन्होंने इसके लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग का भी सुझाव दिया। यह एक प्रशंसनीय विचार है, जो कई लोगों, विशेष रूप से युवाओं की मदद करेगा।
उल्लेखनीय है कि सीजेआई चंद्रचूड़ ने शनिवार को बार काउंसिल आफ महाराष्ट्र एंड गोवा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में यह बातें कही थीं। उन्होंने कहा कि तेजी से डिजिटल होती दुनिया में भारतीय न्यायपालिका के लिए अगला कदम उच्चतम न्यायालय के फैसलों को सभी भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराना होगा।
सीजेआई ने कहा कि तेजी से डिजिटल होती दुनिया में भारतीय न्यायपालिका के लिए अगला कदम संभवत: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल्स की मदद से उच्चतम न्यायालय के फैसलों को सभी भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराना होगा।
मैं मद्रास के एक प्रोफेसर से मिला, जो एआई में काम करते हैं और अगला कदम हर भारतीय भाषा में शीर्ष न्यायालय के फैसलों की प्रतियों का अनुवाद करना है। मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि केंद्र सरकार भी भारतीय भाषाओं को विभिन्न विषयों में अध्ययन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, भारत में कई भाषाएँ हैं, जो हमारी सांस्कृतिक जीवंतता को जोड़ती हैं। केंद्र सरकार भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रयास कर रही है, जिसमें इंजीनियरिंग और चिकित्सा जैसे विषयों को मातृभाषा में पढ़ने का विकल्प देना शामिल है।