लखनऊ। उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद दुर्दांत अपराधी और माफिया तत्वों की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए 30 जेलों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और उनके अपग्रेडेशन का काम फरवरी तक पूरा कर लिया जायेगा।
गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि विभाग की ओर से शासन को इस संबंध में पिछले साल एक प्रस्ताव बनाकर भेजा था, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक उच्च स्तरीय बैठक में करीब 976 लाख रूपये का बजट जारी करने का निर्देश दिया था। पुलिस महानिदेशक (जेल) आनंद कुमार के मुताबिक सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का काम फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होने बताया कि प्रदेश की जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए कैमरों की संख्या बढ़ाने के साथ उन्हे सर्विलांस से जोड़ने काम युद्धस्तर पर चल रहा है। 30 जेलों में 933 सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं, जिसमें से 670 नए सीसीटीवी लगाए जा चुके हैं जबकि शेष खराब हो चुके कैमरे बदले जा रहे हैं। ऐसे में इन जेलों में 34 सीसीटीवी लगने से यहां पर इनकी संख्या 50 से 60 हो गई है।
सबसे अधिक 46 कैमरे आगरा जिला कारागार में लगाए गए हैं। इन सभी कैमरों को कारागार मुख्यालय से सीधे जोड़ दिया गया है ताकि कारागार मुख्यालय में संचालित कमांड सेंटर में वीडियो वाल के माध्यम से जेलों की सीधी निगरानी 24 घंटे हो सके। प्रदेश की जिन जेलों में कैमरे बदले जा रहे हैं उनमें संवेदनशील बांदा जेल भी शामिल है, जहां माफिया मुख्तार अंसारी बंद है।
इसके अलावा केंद्रीय कारागार आगरा, बरेली फतेहगढ़, नैनी व वाराणसी में भी सीसीटीवी कैमरों को बढ़ाया गया है। उन्होने बताया कि केंद्रीय कारागार आगरा, बरेली, फतेहगढ़, नैनी, वाराणसी में सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया पूरा हो गई है। इसके साथ ही जिला कारागार आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, सुल्तानपुर, कानपुर, कानपुर देहात, बुलंदशहर, मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, वाराणसी, इटावा, गाजीपुर, मिर्जापुर, फैजाबाद, बाराबंकी, कन्नौज, आजमगढ़, सीतापुर, चित्रकूट, गोरखपुर, मुरादाबाद, उन्नाव, बांदा और प्रतापगढ़ में नए सीसीटीवी लगाए जा चुके हैं जबकि खराब सीसीटीवी को बदला जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल में ही प्रदेश की 20 और जेलों में खराब सीसीटीवी बदलने और कैमरों की संख्या बढ़ाने के लिए करीब छह लाख रुपए स्वीकृत किए थे। डीजी जेल ने बताया कि इन कैमरों को खरीदने के लिए जेम पोर्टल से बिड की कार्रवाई शुरू कर दी गई जो अप्रैल तक पूरी हो जाएगी। इस प्रकार प्रदेश की कुल 50 जेलों में सीसीटीवी की पुनर्स्थापना तथा क्षमता वृद्धि का कार्य पूरा हो जाएगा।
वहीं शेष जेलो में कैमरों के अपग्रेडेशन और संख्या बढ़ाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है, जिस पर प्रक्रिया चल रही है। उन्होने बताया कि रामपुर, रायबरेली, बागपत, खीरी, मथुरा, देवरिया, झांसी, फतेहपुर, पीलीभीत, फतेहगढ़, बिजनौर, मैनपुरी, गोंडा, बहराइच, एटा और हरदोई में नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।