तेहरान। ईरान के पूर्व उप रक्षा मंत्री अलिर्जा अकबरी को ‘देश के खिलाफ जासूसी’ के आरोप में फांसी की सजा दी गई है। ईरानी न्यायपालिका ने यह जानकारी दी। अकबरी पर ‘ब्रिटेन की ओर से जासूसी’ व ‘पृथ्वी पर भ्रष्टाचार’ का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी अधिकारियों द्वारा इस्लामिक कोड का उल्लंघन करने से संबंधित अपराधों की एक श्रृंखला का उल्लेख करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द ‘पृथ्वी पर भ्रष्टाचार’ है।
साथ ही श्री अकबरी पर ‘देश के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के खिलाफ कार्य करना’ भी शामिल है। अकबरी के खिलाफ जारी अभियोग के अनुसार, उन्होंने ‘ब्रिटेन की सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस (एसआईएस), जिसे एमआई6 के रूप में भी जाना जाता है, की ओर से जासूसी करके और सहयोग करके ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ काम किया था, और दुश्मनों के खुफिया अधिकारियों के साथ विभिन्न देशों में कई बैठकें की थीं।
मिजान ने कहा कि अकबरी को एसआईएस के लिए जासूसी करने के बदले में 18 लाख यूरो (19.5 लाख अमेरिकी डॉलर), 256,000 ब्रिटिश पाउंड (3,13,100 अमेरिकी डॉलर) और 50,000 अमेरिकी डॉलर मिले थे। बुधवार को अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में, ईरानी खुफिया मंत्रालय ने कहा कि अकबरी ने देश के संवेदनशील रणनीतिक केंद्रों में प्रवेश किया, महत्वपूर्ण डेटा एकत्र किया और उन्हें जानबूझकर एसआईएस को भेजा।