श्रीनगर ।जम्मू-कश्मीर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने पिछले कुछ दिनों के दौरान ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी के बीच समुद्र तल से 2000 मीटर से ऊपर रहने वाले लोगों के लिए ‘उच्च खतरे’ वाले हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों के समुद्र तल से 2000 मीटर से ऊपर ‘उच्च’ खतरे के स्तर के साथ हिमस्खलन होने की संभावना है।
पिछले कुछ दिनों के दौरान उच्च क्षेत्रों सहित दोनों जिलों में मध्यम से भारी हिमपात हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप जिला मुख्यालय के साथ कई दूर-दराज की सड़कें बंद हो गई हैं।
अधिकारी ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी कश्मीर में बारामूला और मध्य कश्मीर में गांदर के उच्च जलग्रहण क्षेत्रों में ‘मध्यम’ खतरे के स्तर के साथ हिमस्खलन होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटों में दक्षिण कश्मीर जिले के अनंतनाग, कुलगाम, डोडा, किश्तवाड़, पुंछ और जम्मू संभाग के रामबन क्षेत्रों में समुद्र तल से 2000 मीटर से ऊपर ‘कम’ खतरे के स्तर के हिमस्खलन की संभावना है।
हैदराबाद स्थित मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) के साथ काम करने वाले दो मजदूर रणनीतिक श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर जोजिला सुरंग पर काम कर रहे थे जो मध्य कश्मीर के गांदेरबल जिले के सरबल क्षेत्र में सोनमर्ग-बालटाल मार्ग पर गुरुवार को हुए एक बड़े हिमस्खलन में दब गये।
एसडीएमए ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने और हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है।