नयी दिल्ली। भारत ने जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के बयानों पर फिर फटकार लगायी और कहा कि भारत के अंदरूनी मामलों में उन्हें दखल देने का कोई अधिकार नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अविंदम बागची ने पाकिस्तानी नेताओंं के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हम कई बार दोहरा चुके हैं कि जम्मू कश्मीर भारत का अविभाज्य एवं अटूट अंग है। संविधान का अनुच्छेद 370 पूरी तरह से भारत का आंतरिक एवं हमारे संविधान का मामला है।
हम नहीं मानते कि उन्हें इस पर कुछ कहने का कोई भी हक है। ट्वीटर से बातचीत में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा था कि दक्षिण एशिया में शांति एवं विकास कश्मीर विवाद के समाधान से जुड़ा है।
आत्मनिर्णय के अधिकार दिवस के मौके पर वह वैश्विक समुदाय का आह्वान करते हैं कि वह भारतीय जम्मू कश्मीर के लोगों को अपना भविष्य तय करने का अधिकार दिलाने में मदद करें। भारत को पांच अगस्त 2019 के फैसले का बदलना होगा।