गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मातृभूमि की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करते हुए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा प्रदर्शित बहादुरी ने दुनिया को भारत की ताकत के बारे में एक मजबूत संदेश दिया है।
सरमा ने गुवाहाटी क्षेत्रीय केंद्र ईसीएचएस के साथ असम सरकार के चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रक्षा बलों के भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य सेवाएं (ईसीएचएस) लाभार्थियों के लिए निशुल्क और कैप लेस चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेंगे और एमओए के तहत ईसीएचएस लाभार्थियों को आठ सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में उचित इलाज मुहैया कराया जाएगा।
इसके अलावा, गुवाहटी क्षेत्रीय केंद्र ने भी रक्षा बलों के ईसीएचएस लाभार्थियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली कैंसर देखभाल सेवाओं के लिए असम कैंसर केयर फाउंडेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर बोलते हुए, सरमा ने ऐतिहासिक पहल की सराहना की और कहा कि यह समझौता पूर्व सैनिकों और उनके परिवार के सदस्यों को राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और केंसर केयर अस्पतालओं में चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी।
उन्होंने समझौते के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने में सहयोग के लिए रक्षा बलों और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी बधाई दी। पिछले कुछ दिनों में हुई कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की संप्रभुता की रक्षा करते हुए असम के कई रक्षा कर्मियों ने अपने प्राणों की आहुति दी। उन पर गर्व है और वे भारत की लोकतांत्रिक इमारत के निर्माण के लिए अपना जीवन और ऊर्जा समर्पित करने के लिए पीढ़ी दर पीढ़ी को अत्यधिक प्रेरित करते हैं।