देहरादून।कोर्ट में बचाव पक्ष के अधिवक्ता अमित सजवाण ने बताया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की ओर से अदालत के आदेश के क्रम में नार्को टेस्ट के संबंध में एक प्रार्थना पत्र दिया गया है।
पत्र में उसने कहा है कि पुलिस की ओर से उसके झूठे बयान दर्ज किए गए हैं। पुलिस राजनीतिक व्यक्तियों और मीडिया के दबाव में केवल दो प्रश्नों को ही नार्को टेस्ट में शामिल कर रही है, जबकि अन्य तथ्यों का उजागर होना भी जरूरी है।
पुलकित ने नार्को टेस्ट कोर्ट के संरक्षण में ही कराने की बात कही है। इसके साथ ही नार्को टेस्ट की वीडियोग्राफी भी कोर्ट के समक्ष लाइव कराने की शर्त लगाई है। यह भी शर्त लगाई गई है कि नार्को टेस्ट की वीडियोग्राफी की टेंपरिंग न हो। नार्को टेस्ट के दौरान उसे अपने वकील को साथ रखने की अनुमति भी प्रदान की जाए।
कोर्ट और अपने अधिवक्ता की मौजूदगी में वीडियो रिकॉर्डिंग कें सामने नाको टेस्ट कराने की रखी शर्त
आरोपी पुलकित आर्य ने इन सवालों को भी शामिल करने को कहा
1.अंकिता को नहर में धक्का किसने दिया और उसे मारने की साजिश किसने रची।
2.घटना की शाम अंकिता अपनी मर्जी से हमारे साथ गई थी या उसे जबरदस्ती ले गए।
3.क्या किसी ने अंकिता को बचाने की कोशिश की।
4.क्या हमने अंकिता को किसी वीआईपी के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाया।
5.अंकिता के परिवार एवं मित्र पुष्प के साथ अंकिता के कैसे संबंध थे। इस बारे में अंकिता ने हमें क्या-क्या बताया।
6.अंकिता का दोस्त पुष्प उसके साथ शादी के लिए क्यों मना कर रहा था। अंकिता ने इस बारे में हम तीनों को क्या-क्या बताया।