बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रदीप मौत मामले में भाजपा विधायक अरविंद लिंबावली और अन्य पांच आरोपियों की गिरफ्तार करने की मांग की है।
सिद्दरमैया ने पीड़ित के परिवार से मुलाकात के बाद कहा, डेथ नोट में अरंविद लिंबावली का नाम लिखने का कोई कारण होना चाहिए। पुलिस को मामले में शामिल सभी लोगों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस को विधायक को गिरफ्तार करना चाहिए अन्यथा सबूत नष्ट किये जा सकते है।
नेता प्रतिपक्ष ने पार्टी नेताओं सुरजेवाला और पूर्व गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी के साथ पीडित प्रदीप के परिजनों से घर जाकर मुलाकात की। सिद्धारमैया ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं भ्रष्टाचार के कारण हो रही हैं। उन्होंने कहा, ह्यह्यसंतोष पाटिल के मामले में भी केएस ईश्वरप्पा का नाम था, लेकिन उन्हें तीन महीने के भीतर क्लीन चिट दे दी गई। पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए और प्रदीप को न्याय मिला चाहिए।
उल्लेखनीय है कि व्यवसायी प्रदीप रविवार शाम बेंगलुरु के पास नेतिगेरे में अपनी कार में मृत पाए गए थे। पुलिस का कहा है कि उसने कथित तौर पर स्वयं को सिर में गोली मारी है और वहां से आठ पेज का डेथ नोट मिला है जिसमें लिंबावली और पांच अन्य का नाम है। पुलिस ने प्रदीप की पत्नी की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है। इसमें के गोपी, सोमैया, जी रमेश रेड्डी, जयराम रेड्डी और राघव भट के भी नाम है।
सुरजेवाला ने दावा किया कि संतोष पाटिल, प्रसाद और प्रदीप कुछ ऐसे लोग हैं जो भाजपा के भ्रष्ट शासन के कारण मारे गए। उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों है कि मौत के मामलों में भाजपा नेताओं के नाम सामने आते हैं। मौत के ऐसे मामले भ्रष्टाचार के कारण हो रहे हैं।
सरकार को प्रदीप की मौत के पीछे लोगों को सजा देनी चाहिए।उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के व्यवसायी प्रदीप ने विधायक लिंबावली सहित छह लोगों पर उसे परेशान करने का आरोप लगाते हुए एक डेथ नोट लिखने के बाद कथित तौर पर खुद को गोली मार ली थी।