देहरादून। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नईदिल्ली के दिशा -निर्देशा नुसार भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा हैै। संस्थान के अल्मोड़ा स्थित प्रांगण में स्वच्छता संगोष्ठी एवं पत्राकार सम्मेलन का आयोजन किया गया।इस के साथ ही डीएसटी-विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी), नईदिल्ली द्वारा प्रायोजित त्वरित विज्ञान योजना के तहत पर्वतीय कृषि से जुडे़ पादपकीट/रोगजनक पहचान पर चल रहे 10 दिवसीय व्यावहारिक प्रषिक्षण कार्यषाला का भी समापन समारोह आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारम्भ भाकृअनुप गीत से किया गया ।
इस अवसरपर मुख्य अतिथि प्रो. सुनील नौटियाल, निदेषक, गोविन्द बल्लभपन्त राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान, कोसी, अल्मोड़ाने आन्तरिकव वाहृय स्वच्छता पर बल देते हुए एवं संस्थान में किए गये स्वच्छता कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान पर्वतीय क्षेत्रों में स्वच्छता में प्रथम स्थानपर है।
संस्थान के शोध कार्यो की प्रषंसा करते हुए उन्होने कहा कि विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा निदेशक डा. लक्ष्मी कान्त के निर्देशन मेें हितधारकों हेतु उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।जिसके लिए यहाँ के निदेशक व कर्मचारी बधाई के पात्रा है।संस्थान के निदेषक डा. लक्ष्मी कान्त ने स्वच्छता पखवाडे़ का सिंहावलोकन करते हुए बताया कि पूर्व में यह संस्थान भाकृअनुप के 113 संस्था नों में से दोबारा पुरस्कृत हो चुका है।
सभी प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए उन्होने कहा कि इस संस्थान प्राप्तप्रशिक्षण से वे अवश्य लाभान्वित हुए होगें तथा वे भविशय में शोध कार्य में इसप्रशिक्षण का प्रयोग अवश्य करेंगे ।दसराज्यों एवं 14 विष्वविद्यालयों से कुल 112 अभ्यर्थियोंमें से चयनितकुल 20प्रशिंक्षु शोधार्थियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की उपयोगिता बताते हुए इसके बारे में अपनी-अपनी प्रतिक्रिया पावरपाइंट के माध्यम से व्यक्त की।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए स्वच्छता के नोडल अधिकारी डा. बृजमोहन पाण्डे ने सभी को स्वच्छता का महत्व बताते हुए उक्त पखवाड़े में चलरहे विभिन्न स्वच्छता कार्यक्रमों की पावरपांइन्ट के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।उन्होंने बताया कि स्चच्छता पखवाडे के दौरान संस्थान द्वारा विभिन्न कार्यक्रम जैसे-अल्मोड़ा व हवालबाग स्थित दोनों परिसरों, कार्यालयों, प्रक्षेत्रा, अंगीकृत गाँवों में स्वच्छता अभियान, गोष्ठी, विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित किए गए।
प्रषिक्षण के संयोजक डा. आशीष कुमार सिंह ने दस दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन के क्रियाकलापों कों पावर पांइन्ट के माध्यम से दर्शाया। इस अवसर पर प्रषिक्षुओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम में उनकी सफल भागीदारी हेतु प्रमाण पत्रा वितरित किये गये तथा संस्थान में कार्यरत पर्यावरण मित्रा कैलाशलाल, प्रताप एवं बब्लूको उनके उल्लेखनीय योगदान हेतु नगद पुरस्कार एवं प्रमाण पत्रा देकर सम्मानित किया गया।
धन्यवाद प्रस्ताव फसल उत्पादन विभाग के डाॅ. जेके बिष्ट तथा वैज्ञानिक डा. गौरव वर्मा द्वारा दिया गया।कार्यक्रम का संचालन डा. बृजमोहन पाण्डे तथा डा. आशीष कुमार सिंह द्वारा किया गया।इस अवसर पर किसान, पत्राकार बन्धु, आकाशवाणी, अल्मोड़ा के प्रतिनिधि, दसराज्यों एवं 14 विष्वविद्यालयों से कुल 112 अभ्यर्थियों में से चयनितकुल 20 प्रशिक्षु शोधार्थी तथा संस्थान के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे।