ईटानगर । अरुणाचल प्रदेश में सुरक्षा बलों ने तिरप जिले के नोगलो गांव में प्रतिबंधित उल्फा (आई) के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। रक्षा सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। भारत-म्यांमार सीमा में बुधवार को तिरप जिले के लाजू के नोगलो गांव में उल्फा (आई) के सदस्य की संदिग्ध गतिविधि के बारे में विशिष्ट जानकारी प्राप्त हुई थी जिसके आधार पर असम राइफल्स की खोंसा बटालियन ने अरुणाचल प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाया और घुसपैठ करने वाले संदिग्ध रास्तों पर घात लगाकर हमला किया।
सूत्रों के अनुसार कल सुबह सवा छह बजे एक संदिग्ध व्यक्ति को भारत-म्यांमार सीमा से नोग्लो गांव की ओर जाते हुए देखा गया। सुरक्षा बलों ने संदिग्ध को रूकने को कहा लेकिन उसने पास के जंगल में भागने की कोशिश की जिसे बाद में पकड़ लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान यह पता चला कि वह उल्फा (आई) का सक्रिय सदस्य है। वह म्यांमार में हाची शिविर से आया है और उसने सीमा चौकी 162 से घुसपैठ की है।
इस बीच, पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार उल्फा (आई) सदस्य की पहचान डिब्रूगढ़ निवासी ‘स्वयंभू सार्जेंट मेजर बीजू बागती के रूप में की गई है, जो कथित रूप से अरुणाचल-असम सीमा के समीप ऊपरी असम के क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था, जिस क्षेत्र में इस समय बड़े पैमाने पर जबरन वसूली की जा रही है।
यह भी संभावना जतायी जा रही है कि वह प्रतिबंधित उल्फा ग्रुप के लिए काम करने वालों (ओजीडब्ल्यू) से जबरन वसूली की राशि लेने जा रहा हो। उनकी गिरफ्तारी से उस क्षेत्र में उल्फा (आई) की अवैध गतिविधियों को एक बड़ा झटका लगा है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद, गिरफ्तार उल्फा (आई) के सक्रिय सदस्य को आगे की कार्रवाई के लिए खोंसा पुलिस को सौंप दिया गया।