ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब और ट्रांसपोर्ट हब की डीपीआर जल्द बनकर तैयार हो जाएगी।
ग्रेटर नोएडा में ट्रांसपोर्ट हब बनने से नई दिल्ली स्टेशन, आनंद विहार स्टेशन समेत आईएसबीटी बस अड्डे का भी दबाव काफी कम होगा। ज्यादातर पूर्वांचल की तरफ चलने वाली ट्रेनें और बसें लोगों को इसी मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब से मिल जाएंगी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एवं डीएमआईसी आईआईटीजीएनएल की प्रबंध निदेशक रितु माहेश्वरी ने मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब की समीक्षा की है। रितु माहेश्वरी ने दोनों परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की प्रेजेंटेशन को देखा है।
दोनों परियोजनाओं की डीपीआर एवं बिड डॉक्यूमेंट में कुछ संशोधन के सुझाव दिए गए हैं। इन सुझाव पर अमल करते हुए दोनों परियोजनाओं की डीपीआर एवम बिड डॉक्यूमेंट शीघ्र फाइनल कराने के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि कि मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब परियोजना के अंतर्गत रेलवे, बस अड्डा व मेट्रो कनेक्टिविटी विकसित की जाएगी। बोड़ाकी के पास ही ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल बनाया जाएगा। यहां से पूरब की ओर जाने वाली अधिकतर ट्रेनें चलेंगी।
इससे दिल्ली, नई दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल पर ट्रेनों का दबाव कम होगा। ट्रांसपोर्ट हब में ही अंतर्राज्यीय बस अड्डा भी बनेगा। मौजूदा नोएडा-ग्रेनो मेट्रो रूट का विस्तार भी मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक होना है। ट्रांसपोर्ट हब से लोकल बसें भी चलाई जाएंगी, जबकि मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब में वेयर हाउस, ऑफिस, होटल-रेस्टोरेंट आदि बनाए जाएंगे।