देहरादून। जर्जर हो चुके पुल को स्थायी तौर पर बंद किए जाएंगे। बीते दिनों शासन के निर्देश पर प्रदेश के पुलो की सेफ्टी ऑडिट की गई। पांच जोन के 3262 में से 2518 पुलों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट शासन को प्राप्त हो चुकी है।
पांच जोन के 3262 में से 2518 पुलों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट शासन को प्राप्त हो चुकी है। इनमें से 36 पुल आवागमन के लिए असुरक्षित मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार पौड़ी जोन में टिहरी में आठ, चमोली में एक और पौड़ी में 16 पुल असुरक्षित मिले हैं।अल्मोड़ा जोन में पिथौरागढ़ में एक पुल, हल्द्वानी जोन में यूएसनगर में पांच पुल असुरक्षित हैं। इसके अलावा देहरादून जोन में देहरादून में एक और हरिद्वार में तीन पुल असुरक्षित मिले हैं। प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुधांशु ने बताया कि जिन पुलों में तकनीकी तौर पर सुधार किया जा सकता है, उन्हें ठीक कराया जाएगा, लेकिन जो पुल बेहद जर्जर हो चुके हैं और आवागमन के लिए खतरनाक हैं, ऐसे पुलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
टिहरी जिले में जर्जर पुल
1. लालपुल भुत्सी में किमी दो और किमी चार में स्थित
2. रायपुर कुमाल्डा में
3. लंगडासू में अगलाड़ नदी पुल
4. साटागाड़ के पास अगलाड़ नदी पुल
5. र्स्वगाश्रम के पास झूला पुल
6. गजा जाजल राज्य मार्ग पर
7. जलकुरगाड़ पुल
चमोली
1. बनाला में नंदाकिनी नदी पर बना पुल
पौड़ी में
1. सतपुली में
2. पाखरों मोटर मार्ग किमी 195 पर
3. सतपुली मोटर मार्ग किमी 192 पर
4. बिलखेत मोटर मार्ग किमी 64 पर
5. जूनीसेरा में पैदल पुल
6. श्रीनगर में अलकनंदा नदी पर
7. देवप्रयाग में वाह बाजार में झूला पुल
8. रुद्रीगाड़ में
9. बसड़ा में झूला पुल
10. ग्राम ढौंटियाल में झूला पुल
11. चैपड़ा कोट में नयार नदी पर
12. बैजरो में पूर्वी नयार नदी पर
13. मटेला के पास
14. सुनारगांव में
15 . बुवाखाल समैया के निकट दो पैदल पुल
देहरादून में
1. सालावाला के पास बिंदाल नदी में
हरिद्वार में
1. रानीपुर में
2. पथरी में
3. एनएच 58 में किमी 9 पर
पिथौरागढ़ में
1. मटियाल बैंड से उपरतोला मोटर मार्ग पर
ऊधमसिंह नगर में
1. खटीमा छिनकी झनकट में
2. चीकाघाट पुल
3. झनकईया पुल
4. सूखी नहर पुल
5. शक्तिफार्म बमनपुरी में
रुद्रप्रयाग में
1. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 107 पर
इनमें से 36 पुल आवागमन के लिए असुरक्षित मिले हैं।सेफ्टी ऑडिट में आवागमन के लिए असुरक्षित मिले 36 पुलों में से बेहद जर्जर हो चुके पुलों को स्थायी तौर पर बंद किया जाएगा। इस संबंध में शासन की ओर से तकनीकी जांच के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश लोनिवि को दिए गए हैं। बीते दिनों शासन के निर्देश पर प्रदेश के पुलो की सेफ्टी ऑडिट की गई।