गुवाहाटी । आल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने विवाद खड़ा कर दिया है । अजमल ने कि हिन्दुओं को उनके बच्चों की कम उम्र में शादी करने के लिए मुस्लिम फार्मूला अपनाना चाहिए। कानूनी उम्र के अनुसार मुस्लिम पुरुष 20-22 की उम्र में और मुस्लिम महिलाएं 18 की उम्र में शादी करती हैं।
#WATCH वो(हिंदु) 40 साल से पहले 2-3 गैरकानूनी तरीके से बीवियां रखते हैं। 40 साल के बाद बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती है…उनको मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए: जनसंख्या वृद्धि पर मौलाना बदरुद्दीन अजमल, AIUDF अध्यक्ष pic.twitter.com/pPZQHttrrv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2022
दूसरी ओर हिंदू शादी से पहले एक, दो या तीन अवैध पत्नियां रखते हैं। वे बच्चों को जन्म नहीं देते हैं, आनंद लेते हैं और पैसा बचाते हैं। चालीस वर्ष की उम्र के बाद वे माता-पिता के दबाव में शादी कर लेते हैं। इसलिए कोई कैसे उम्मीद कर सकता है कि वे इसके बाद बच्चे पैदा करेंगे।
उन्होंने कहा,‘ हिंदुओं को भी मुसलमानों के फॉर्मूले पर चलना चाहिए और अपने बेटों की शादी 20-22 की उम्र में और लड़कियों की 18-20 साल की उम्र में करनी चाहिए। फिर देखिए कितने बच्चे पैदा होते हैं।