रुड़की। ब्रह्माकुमारीज रुड़की सेवा केंद्र की इंचार्ज रही राजयोगिनी बीके विमला के प्रथम स्मृति दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। राजयोगिनी विमला दीदी बचपन से ही प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के प्रति ईश्वरीय सेवा में समर्पित हो गई थी।उन्होंने 84 वर्ष की आयु में गत वर्ष इस दुनिया को अलविदा कर दिया था।
मूलतः पंजाब के जालन्धर निवासी राजयोगिनी बीके विमला ने जीवनपर्यंत राजयोग की शिक्षा का प्रचार प्रसार किया और उनकी गिनती वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका के रूप में होती थी।उनके प्रथम स्मृति दिवस पर देहरादून सेवा केंद्र की इंचार्ज बीके मंजू,हरिद्वार सेवा केंद्र की इंचार्ज बीके मीना, रुड़की सेवा केंद्र की इंचार्ज बीके गीता,नजीबाबाद से आई बीके शालू,ऋषिकेश से आई बीके आरती व निर्मल दीदी,नाहन (हिमाचल)से आई बीके रमा व दीपशिखा दीदी,देहरादून से बीके सोनिया व प्रियंका के साथ साथ ब्रह्माकुमार सुशील भाई तथा रुड़की सेवा केंद्र पर सेवारत बीके बबिता,बीके रजनी,बीके शालिनी व बीके शिव कुमार ने जहां राजयोगिनी बीके विमला की ईश्वरीय सेवाओं को याद करते हुए उनके साथ के अनुभव सुनाए व उनकी विशेषताओ को गिनाया, वही उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की।इस अवसर पर तेजपाल भाई, अनिल कुमार, बीके वर्षा, श्रीगोपाल नारसन,लक्ष्मण सिंह,शिव कुमार धीमान, भोपाल सिंह, रेखा, अमरेश, सुदेश, रामपाल आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।