इटावा।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र निश्चित रूप से रिकार्ड मतों से पार्टी प्रत्याशी डिंपल यादव को विजयी बना कर पार्टी संस्थापक सिंह यादव (नेताजी) को अपनी सच्ची श्रद्धांजलि देगा।
उन्होंने कहा कि नेताजी की कर्म स्थली जसवंतनगर हर चुनाव में समाजवादियों को जिताने का नया रिकॉर्ड बनाने में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ती रही है, इसलिए पूरे प्रदेश और देश में इस विधानसभा का नाम ‘रिकॉर्ड तोड़-जसवंतनगर’ के नाम से प्रसिद्ध है।
यादव ने कार्यकर्ताओं से खचाखच भरे सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि वह स्वयं कभी जसवंतनगर वोट मांगने नहीं आए और न ही कभी यहां प्रचार किया, क्योंकि यहां के लोग अपने दिल से नेताजी और और शिवपाल सिंह से जुड़े थे। जब भी कोई लोकसभा या विधानसभा चुनाव हुआ, यहां के लोगों ने समाजवादी पार्टी को जितने का काम किया है। जसवंतनगर के वोट खोलते ही विपक्षी उम्मीदवारों के पसीने छूट जाते थे। टउन्होंने कहा ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झूठ और नफरत भरी बातों के अलावा कभी जनता के बारे में नहीं सोचती है। हम पर सदैव परिवारवाद का आरोप लगाती रही है।
जब हम और चाचा अलग थे, तो ये पार्टी द्वारा द्वारा कहा जाता था कि अपना परिवार संभाल नहीं पाते ,देश या प्रदेश क्या संभालेंगे। अब जबकि हम एक हैं तो इस पार्टी के लोग हम पर परिवारवाद का आरोप लगाने में जुट गए।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि नेताजी और शिवपाल सिंह यादव ने जसवंत नगर का विकास किया। क्षेत्र के विकास के नेताजी के शेष रह गए कामों को अब ड़िपल यादव और चाचा (शिवपाल) मिलकर पूरा करेंगे। भीड़ से खचाखच भरे पांडाल में पिता मुलायम की याद में भावुक अखिलेश ने कहा‘‘ आज भी लोग नेताजी को अमर रहे के नारे के साथ नहीं, बल्कि जिंदाबाद के नारे के साथ याद करते हैं। जसवंतनगर आकर अखिलेश यादव के चेहरे पर काफी चमक और उत्साह दिखाई दिया। भीड़ देखकर वह काफी प्रसन्न नजर आये और मंच पर पहुंचते ही उन्होंने काफी देर तक खड़े होकर लोगों का अभिवादन किया ।
अभिवादन के दौरान शिवपाल सिंहह यादव उनके बगल में रहे। मंच पर भी शिवपाल उनके साथ बैठे बराबर उनसे बातचीत करते रहे इससे कार्यकर्ताओं को यह अहसास हो गया कि चाचा भतीजा अब दिल से मिल गए हैं। उन्होंने भावनात्मक मुद्दों पर जोर देते हुए जसवंतनगर से नेताजी के जुड़ाव को लेकर क्षेत्र के लोगों की तारीफ की तथा नेता जी द्वारा छोड़े गए विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का वादा किया।