लखनऊ । पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की सरकार में यह पता लगाना मुश्किल हो गया है कि सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़कें हैं। सड़कों की बदहाली में भी उत्तर प्रदेश अव्वल हो गया है। श्री यादव ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं होती है और सैकड़ों लोगों की जाने चली जाती हैं।
समाजवादी पार्टी ने बताया कि यादव ने कहा कि राज्य में गड्ढे भरने के लिए तारीख पर तारीख दी जा रही है लेकिन अब तक तो कुछ हुआ नहीं और न कोई उनकी सुनता है और न कोई उन पर अमल करता है। उन्होंने कहा कि गड्डों को भरने के लिए कई बार हजारों करोड़ रुपये का बजट तो जारी हुआ पर बंदरबांट में इसकी धनराशि किस गड्ढे में चली गई जिसका निष्पक्ष जांच से ही शायद कभी पता लग सकेगा।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में पुल और सड़कों के निर्माण में मानकों को ताक पर रखकर काम करने का नतीजा दिख रहा है। सड़कें बनते ही टूटने लगती है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पीडब्लूडी मंत्री के खुरचते ही कानपुर में 34 करोड़ की लागत से बनी सड़क की लेबल उखड़ गई और मिट्टी निकल आई। वर्ष 2017 में सोनभद्र में 22 सड़कें गड्ढा मुक्त करने के नाम पर 2.25 करोड़ रुपयों का पता न चला।