नयी दिल्ली।देश के आम नागरिक अपना स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिलॉकर में रख सकते हैं और इसे कहीं पर भी देखा जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को यहां बताया कि सामान्य व्यक्ति भी अपना स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटल रूप से रख सकते हैं और उसे आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते से जोड़ा जा सकता है।
मंत्रालय के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत प्रामाणिक दस्तावेज विनिमय मंच डिजिलॉकर ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के साथ अपने दूसरे स्तर के एकीकरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
डिजिलॉकर के सुरक्षित क्लाउड-आधारित स्टोरेज प्लेटफॉर्म का उपयोग अब स्वास्थ्य रिकॉर्ड जैसे टीकाकरण रिकॉर्ड, डॉक्टर का परामर्श, लैब रिपोर्ट, अस्पताल से छुट्टी के सारांश आदि के भंडारण और पहुंच के लिए एक स्वास्थ्य लॉकर के रूप में किया जा सकता है।
डिजिलॉकर ने पहले एबीडीएम के साथ प्रथम स्तर का एकीकरण पूरा किया था जिसमें प्लेटफॉर्म ने अपने 13 करोड़ उपयोगकर्ताओं के लिए के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता सुविधा को जोड़ा था। नवीनतम एकीकरण अब उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड (पीएचआर) ऐप के रूप में डिजिलॉकर का उपयोग करने में सक्षम करेगा।
इसके अलावा आयुष्मान कार्डधारक अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को विभिन्न आयुष्मान भारत स्वास्थ्य मिशन में पंजीकृत स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे अस्पतालों और प्रयोगशालाओं से भी जोड़ सकते हैं और उन्हें डिजिलॉकर के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। डिजि लॉकर में पुराने रिकॉर्ड को भी जोड़ा जा सकता है। मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य डिजिलॉकर सेवाएं सभी पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध हैं।