मॉस्को। भारत ने रूस के साथ उसके एवं यूक्रेन के बीच युद्ध के वैश्विक आर्थिक प्रभावों तथा इस बारे में अपने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने को लेकर आज गहन विचार विमर्श किया।
रूस की यात्रा पर आए भारत के विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ भारत-रूस अंतरसरकारी परिषद (तकनीकी, वैज्ञानिक एवं शैक्षणिक) की बैठक में कोविड महामारी, वित्तीय दबाव एवं कारोबारी कठिनाइयों पर चर्चा की जिनका वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है।
विदेश मंत्री ने अपने आरंभिक उद्बोधन में कहा ‘‘ वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले कारकों – कोविड महामारी, वित्तीय दबाव और व्यापारिक कठिनाइयों के साथ ही हम यूक्रेन युद्ध के परिणामों को देख रहे हैं। इसके साथ ही आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों ने भी हमारी प्रगति और समृद्धि पर प्रभाव डाला है।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि आज भारत एवं रूस के बीच इस बैठक में समग्र वैश्विक परिस्थितियों और क्षेत्रीय चिंताओं को लेकर समाधान को लेकर प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा ‘‘ भारत और रूस एक अधिक बहुध्रुवीय एवं पुनर्संतुलित विश्व में एक दूसरे के साथ सघन संपर्क में हैं। हम दोनों देशों के राजनीतिक नेतृत्व के असाधारण रूप से घनिष्ठ और समय की कसौटी पर खरे रिश्ते रहे हैं। इसलिए इस बैठक से बहुत आशा है।