राज्य के विकास के लिए सभी लोगों का सहयोग जरूरीः त्रिवेंद्र
राज्य स्थापना दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं
देहरादून। राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश वासियों को शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने प्रदेश की जनता से राज्य स्थापना के 22 साल पूरे होने पर विकास में सहभागिता का संकल्प लेने का आह्वान किया।
अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के 22 साल के इतिहास में उत्तराखंड ने विकास के नए आयामों को छूने का प्रयास किया है।
आम लोगों की मूलभूत समस्याओं के हल के लिए भी राज्य ने कार्य किया है। सड़क, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, शिक्षा, पर्यटन समेत औद्योगिक विकास आदि क्षेत्रों में राज्य ने विकास की दिशा में तेजी से कदम् बढ़ाए हैं। केंद्र सरकार के सहयोग और जनता के विश्वास से 22 साल का राज्य का सफर अच्छा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र् सिंह रावत ने कहा कि 22 साल में राज्य ने औद्योगिक विकास में काफी विकास किया है। राज्य की प्रति व्यक्ति आय, जीडीपी और बजट में काफी वृद्धि हुई है।
राज्य में ढांचागत विकास की दृष्टि से भी काफी काम हुए हैं। विकास एक सतत् प्रक्रिया है। अभी राज्य के विकास के लिए काफी कुछ किया जाना है। लेकिन विकास की एक सुनिश्चित दिशा होनी चाहिए और इसके लिए ईमानदारी से प्रयास किये जाने की जरूरत है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया जा चुका है। गैरसैंण पहाड़ की पीड़ा का भी प्रतीक है। इसलिए गैरसैंण की जब हम बात करते हैं तो सीमांत और दूरस्थ क्षेत्रों का विकास हमारे सामने होता है। इस पर सरकार को फोकस करने की जरुरत है।
ग्रीष्मकालीन राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए हमारी सरकार ने 25 हजार करोड़ की घोषणा की थी। इस पर भी ध्यान देने की जरुरत है। गैरसैण में विधानसभा सत्र पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से एक दो विधायक गैरसैंण में विधानसभा सत्र को लेकर नकारात्मक बात कह रहे हैं। इसमें सरकार को हिचकिचाने की जरूरत नहीं बल्कि पूरी मजबूती के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। जिस निमित्त राज्य बना है और उस पर सरकार का ध्यान होना चाहिए।