नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में रातले जलविद्युत परियोजना में भूस्खलन के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। मंत्री ने कहा कि घटनास्थल पर तैनात करीब छह लोगों का बचाव दल भी मलबे में फंस गया है।
सिंह ने कहा कि मैं जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं और मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। रतले पनबिजली परियोजना एक रन-ऑफ-द-रिवर परियोजना है जो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर प्रस्तावित है।
नवंबर 2018 तक परियोजना की अनुमानित लागत 5281.94 करोड़ है। परियोजना के लिए ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) अनुबंध इस साल 18 सितंबर को प्रदान किया गया था। मौके पर रेड क्रास की टीम, पुलिस व अन्य बचाव दल पहुंच गए हैं।
पस्सी के नीचे दबने से मरने वाले ड्राइवर की पहचान मनोज कुमार निवासी गुजर कोठान बताई जा रही है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, ”किश्तवाड़ के उपायुक्त से बात की। फंसे लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मदद पहुंचा दी गई है। मैं जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में बना हुआ हूं।’