अगरतला।त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने गुरुवार को दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है, जबकि पूरा विपक्ष महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा, सामूहिक बलात्कार और गोलीबारी की घटनाओं में सत्तारूढ़ दल के नेताओं की संलिप्तता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है।
उनोकोटी जिले के कुमारघाट में पिछले सप्ताह 16 वर्षीय लड़की के साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म और श्रम मंत्री भगवान दास के बेटे की उसमें संलिप्तता, शहर के उषाबाजार में भाजपा नेता द्वारा गोलीबारी और खोवाई के कल्याणपुर में एक पंचायत के उप प्रमुख द्वारा एक जनजातीय लड़की का सामूहिक बलात्कार जैसी घटनाओं को खिलाफ विपक्षी दल कांग्रेस, माकपा और टिपरा मोथा प्रदर्शन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री साहा ने कहा कि ‘‘सभी जगह दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है, पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है।अपराध की औसत दर विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ हिंसा में कमी आई है और पुलिस निष्पक्ष होकर असामाजिक तत्वों के खिलाफ उचित कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने कहा कि ‘‘मैंने पुलिस को अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के लिए कहा है, जो आंकड़ों में भी स्पष्ट दिखता है। हाल के दिनों में राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में कम्युनिस्ट की पिछली सरकार की तुलना में बहुत अच्छी हुई है लेकिन सरकार इसे शून्य पर लाना चाहती है।
सूचना मंत्री सुशांत चौधरी ने मीडिया से कहा कि सीपीएम के शासनकाल में अपराध दर बहुत ज्यादा और दोषसिद्धि दर बहुत कम थी क्योंकि पुलिस तब तक कोई मामला दर्ज नहीं करती थी जब तक सत्तारूढ़ पार्टी स्वीकृति नहीं देती थी। अधिकांश मामलों में पुलिस कमजोर चार्जशीट दायर करती थी लेकिन भाजपा के शासनकाल में पुलिस को अपराधियों के खिलाफ खुली छूट प्रदान की गई है।