कियेब। रूसी आत्मघाती ड्रोनों ने यूक्रेन के कई स्थानों पर बहुत तबाही मचायी है। ईरान से मिले शाहिद 136 कामीकाजे ड्रोन ने विस्फोटकों के साथ कई इलाकों मे ऐसा आत्मघाती वार किया है। अब यूक्रेन भी रूस को इसी तरीके से जबाव देने की तैयारी कर रही है।
यूक्रेन की कंपनी यूक्रोबोरोनप्रोम ने ऐसा ड्रोन तैयार किया है जो एक हजार किलोमीटर तक जा सकता है और वह अपने साथ 75 किलोग्राम विस्फोटक भी ढो सकता है। इसके जरिए अब यूक्रेन भी रूसी सीमा के भीतर हमला करने की तैयारियों में जुटी है।
यूक्रेन ने पहले से ही इसकी तैयारी की थी क्योंकि दूसरे देशों से ऐसी तकनीक वाले ड्रोन हासिल करने की औपचारिकता अधिक होती है तथा उसमें सबसे भी अधिक लगता है। अब इस ड्रोन की मदद से यूक्रेन की सेना खास लक्ष्य पर सटीक निशाना साध सकती है। यह दावा किया गया है कि इसे नियंत्रण कक्ष से नियंत्रित कर सही निशाने पर वार करने के लिए तैयार किया गयै है।
साथ ही इसमें कैमरे भी लगे हैं तो नियंत्रिण कक्ष तक सामने की तस्वीर भेजकर लक्ष्य को सटीक बनाने में मददगार होते हैं। इसके अलावा यूक्रेन ने एसटी 35 साइलेंट थंडर भी विकसित किया है। यूक्रेन की कंपनी एथियोन एविया ने साढ़े नौ किलोग्राम वजन के इस ड्रोन को बनाया है जो अपने साथ साढ़े तीन किलोग्राम विस्फोटक ले जाने की 7मता रखता है।
हवा में यह 120 से 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ता है और तीस किलोमीटर के दायरे में हमला कर सकता है। इसे साइलेंट ड्रोन भी कहा जाता है। इसकी विशेषता यह भी है कि यह लगातार एक घंटे तक आसमान में उड सकता है। इनके जरिए रूसी सेना के कमांड पोस्ट, रडार स्टेशन या कंट्रोल प्लेटफॉर्मों पर निशाना साधा जा सकता है।
रूस द्वारा यूक्रेन के कई शहरों पर ऐसे ड्रोन के सहारे विस्फोट करने की घटनाओँ के बाद अब यूक्रेन की सेना भी इसी तरीके से रूस को जबाव देने की तैयारी कर रही है। वैसे इनके अलावा यूक्रेन दूसरे किस्म के कामीकाजे ड्रोन भी हासिल कर रहा है। जिसका लक्ष्य एक हजार किलोमीटर तक का हो सकता है। उनके जरिए वह रूस के अंदर घुसकर तबाही मचाना चाहते हैं।