नईदिल्ली। कोरोना वायरस ने अलग अलग तरीके से अपना स्वरुप बदला है। इनका पता चलने के साथ साथ इस बात की भी जानकारी आ गयी है कि यह दोनों ही नये वेरियंट किसी न किसी माध्यम से भारत पहुंच चुके हैं।
जिन लोगों के साथ यह वायरस भारत आया है, उन्होंने रास्ते में और संक्रमण की पुष्टि होने तक कितने लोगों तक इस संक्रमण को पहुंचाया है, इसकी जांच नहीं हो पायी है। सामने दिवाली का मौका होने की वजह से फिर से कोरोन संक्रमण बढ़ने की आशंका जाहिर की गयी है।
बदलते हालात पर विचार करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की। सूत्रों ने बताया कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि देश में मास्क पहनना और कोरोना-उपयुक्त व्यवहार जारी रहेगा। अनुमान है कि राज्यों के संबंधित विभाग भी शीघ्र ही इस बारे में अपनी तरफ से भी दिशा निर्देश जारी कर देंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि विज्ञानियों, डाक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों ने निगरानी और जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने की भी सिफारिश की है। बैठक में सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद, सचिव (फार्मास्युटिकल्स) एस अपर्णा, आसीएमआर के महानिदेशक डा. राजीव बहल, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पाल, कोरोना पर कार्यकारी समूह (एनटागी) के चेयरमैन एनके अरोड़ा और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मांडविया ने सभी प्रवेश बिंदुओं पर निगरानी बढ़ाने और पर्याप्त मात्रा में जांच पर जोर दिया। जांच में भी आरटी-पीसीआर ज्यादा कराने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ाने को कहा। बता दें कि गुजरात में ओमिक्रोन के सब वैरिएंट बीएफ.7 का मामला सामने आया है।
यह सब वैरिएंट अत्यधिक संक्रामक बताया जा रहा है। हालांकि, विज्ञानियों का यह भी कहना है कि अभी इसके बारे में ज्यादा आंकड़े नहीं मिले हैं। इससे पहले, महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के बीए.2.3.20 और बीक्यू.1 वैरिएंट के मामले मिल चुके हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के एक्सबीबी सब वैरिएंट के मामले भी मिले हैं।
इसके मामले केरल में भी मिल चुके हैं। इन सब वैरिएंट की वजह से ही महाराष्ट्र में पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते कोरोना वायरस के मामलों में 17.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। एक्सबीबी ओमिक्रोन के बीजे.1 और बीए.2.75 से मिलकर बना है जो बहुत ही तेजी से फैलता है। इसी वैरिएंट के चलते सिंगापुर में हाल ही में कोरोना के मामलों में विस्फोट हुआ था। अमेरिका में हाल में 60 प्रतिशत कोरोना के मामलों में बीक्यू.1 वैरिएंट पाया गया है।