नई दिल्ली।इंडिया हैबिटैट सेन्टर में यंग प्रोफेशनल को ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) को बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
हरीश चंद्र सेमवाल, सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, उत्तराखंड ने ग्राम स्वराज के लक्ष्य को साकार करने में महिला हितैषी व बाल बाल हितैषी पंचायतों के महत्त्व पर प्रकाश डाला।
उत्तराखंड के यंग प्रोफेशनल को अपने संदेश में उन्होंने कहा कि पर्वतीय अंचलों की विशिष्ट समस्याओं के हल स्थानीय स्तर पर करने के लिए GPDP का tool trend setting हो सकता है।
सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण में महिलाओं व बच्चों का विकास केंद्र में रखना आवश्यक है।
पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार की ओर से अपर सचिव डा. चंद्रशेखर, संयुक्त सचिव रेखा यादव, निदेशक व अन्य अधिकारी यंग प्रोफेशनल के प्रशिक्षण में मौजूद रहे।
पंचायती राज मंत्रालय के विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में प्रशिक्षण में सेमवाल के साथ विक्रम सिंह DPO, ममता सिंह एक्सपर्ट मीडिया व मोहित चौधरी CPO ने प्रतिभाग किया।
अपराह्न में महिला व बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव इंदीवर पांडे की अध्यक्षता में आयोजित “निर्भया फण्ड की प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक” में हरि चंद्र सेमवाल ने अवगत कराया कि उत्तराखंड के 05 जनपदों में किशोरियों को आत्म रक्षा का प्रशिक्षण सफलता पूर्वक पूर्ण किया गया है।
सुझाव दिया गया कि उत्तराखंड के पर्वतीय जनपदों में कार्यशील महिलाओं व अध्ययनरत बालिकाओं को सुरक्षित व संरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए एक एक होस्टल का प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार यदि प्रेषित करती है तो भारत सरकार उस पर विचार करेगी।
बैठक में राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों के अलावा भारत सरकार की ओर से भारतीय रेल, भारतीय रेल सुरक्षा बल, सड़क परिवहन, गृह मंत्रालय व अन्य विभागों के प्रतिनिधियों ने अपने प्रस्तावों का प्रस्तुतिकरण किया।