नईदिल्ली। जिस बात की चेतावनी जेनेटिक वैज्ञानिकों ने काफी पहले दी थी, वह अब फिर से सामने आ चुका है। कोरोना वायरस ने अपना स्वरुप बदल लिया है। इस नये वेरियंट को एक्सबीबी नाम दिया गया है। यह पहले के सभी वेरियंटों के मुकाबले बहुत अधिक संक्रामक है। सिंगापुर में इस वेरियंट की वजह से कोरोना रोगियों की संख्या एक सप्ताह के भीतर ही 47 सौ से बढ़कर 11 हजार सात सौ हो चुकी है।
जहां जांच हो रही है वहां हर दिन दोगुने रोगी अब इसी वेरियंट से प्रभावित पाये जाने लगे हैं। इसके पहले ओमीक्रॉन से सामने आने के बाद ऐसा महसूस हुआ था कि कोरोना संकट खत्म हो गया है। लेकिन वैज्ञानिकों ने किसी भी वायरस की तरह इसके भी स्वरुप बदलने और कभी भी अत्यंत खतरनाक स्वरुप में लौट आने की पूर्व चेतावनी दी थी।
अब पता चला है कि सिंगापुर के अलावा हॉंगकॉंग में भी इस नये वायरस के रोगी मौजूद हैं। इससे साफ है कि इन स्थानों से यह परिवर्तित वायरस दूसरे इलाकों तक फैल चुका है। इस नये वेरियंट की जांच करने वाले वायरस विशेषज्ञों ने कहा है कि इस बदले हुए स्वरुप का वायरस इसलिए ज्यादा खतरना है क्योंकि यह पहले से तैयार प्रतिरोधक शक्ति को चकमा दे सकता है।
पहले जिन रोगियों को कोरोना होने के बाद अनेक किस्म की दवा और वैक्सिन दी गयी थी, यह नया वायरस उन सभी को बेकार करने की क्षमता रखता है। जॉन हॉपकिंस सेंटर के विशेषज्ञ अमेश अडालजा ने कहा कि पूर्व की प्रतिरोधक शक्तियों को लांघकर भी मरीज को बीमार बनाने की इसकी क्षमता की वजह से ही यह अधिक खतरनाक है। वैसे इसमें अच्छी बात यह भी है कि फाइजर और मॉर्डना की वैक्सिन को यह मात नहीं दे पाया है। लेकिन यह असर सिर्फ उनलोगों पर दिखा है, जिन्होंने वैक्सिन के बाद बुस्टर डोज भी लिये हैं।
मूल वैक्सिन इस नये स्वरुप पर अधिक प्रभावी नहीं पाया गया है। अब पता चला है कि अगस्त माह में ही वैज्ञानिकों को कोरोना वायरस के स्वरुप बदलने का पता चल गया था लेकिन वे इस बारे में कोई औपचारिक जानकारी देने के पहले और जांच कर लेना चाहते थे।
एशिया महाद्वीप के इलाको में इस स्वरुप का पता चलने के साथ साथ यह भी बताया गया है कि यूरोप और अमेरिका के कुछ इलाकों में बीक्यू 1.1 वेरियंट भी देखा गया है। चीन के कई शहरों में अचानक से कोरोना रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जानकारी होने के बाद भी यह नहीं पता चल पाया है कि वहां कौन सा वेरियंट कहर ढा रहा है। इसलिए अब माना जा रहा है कि अब नया चेहरा लेकर आ रहे इस कोरोना वायरस से बचने के लिए भी लोगों को नया बुस्टर डोज लेने की नौबत आ सकती है।