भुवनेश्वर। उड़ीसा के दो मंत्री और 18 विधायक ब्लैकमेलिंग के शिकार हुए थे। पहली बार इस जानकारी के सार्वजनिक होने से राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है। दरअसल यह सभी लोग सेक्स चक्र के हाथों शिकार हुए थे। एक फिल्म परिचालक की शिकायत पर जब पुलिस ने मामले की जांच प्रारंभ की थी तो पुलिस को भी यह एहसास नहीं था कि इसके तार कहां तक जुड़े हुए हैं।
दरअसल यह सारा खेल एक लड़की से जुड़ा है। कालाहांडी में बहुत गरीब परिवार में पैदा हुई अर्चना ने भुवनेश्वर आकर कानून की पढाई की थी। जांच से उसके पूर्व जीवन का पूरा काला चिट्ठा अब पुलिस के हाथ लगा है। पता चला है कि भुवनेश्वर में रहते हुए ही वह पथभ्रष्ट होने लगी थी।
उसका मकसद जल्दी से ज्यादा पैसा कमाना था। आज उसके पास करीब 35 करोड़ की संपत्ति है और देश के कई अन्य शहरों में भी घर हैं। यह सब कुछ सेक्स चक्र और ब्लैकमेलिंग के जरिए ही अर्जित किया गया पैसा है, ऐसा पुलिस का कहना है। कालाहांडी के लानजीगढ़ में पैदा हुई इस लड़की का प्रारंभिक जीवन वहां के केसिंगा में गुजरा है। भुवनेश्वर आने के बाद उससे एक गैरसरकारी सुरक्षा एजेंसी में कुछ दिन काम किया और उसके बाद ब्यूटी पार्लर में जुड़ गयी।
वहां पर उसकी पहचान बालेश्वर निवासी जगबंधु चांद से हुई। दोनों ने वर्ष 2018 में शादी कर ली। ब्यूटी पार्लर की आड़ में देहव्यापार का कारोबार ही आमदनी का असली जरिए बन गया। वहां पर उसके पति एक पुरानी कारों का शोरुम चलाते थे। इस वजह से नये नये लोगों के जानपहचान और उन्हें घर बुलाकर घनिष्ठ होने के बहाने जाल बिछाया जाता था।
पुलिस का आरोप है कि कई लोगों के निर्देश पर वह दूसरे इलाकों में भी लड़कियों को इसी कारोबार के लिए भेजा करती थी। इस क्रम में और अधिक पैसा कमाने की चाह में हर ऐसे व्यक्ति के साथ अंतरंग फोटो और वीडियो तथा बातचीत को रिकार्ड करना उसकी आदत में शामिल हो गया।
बाद में इन्हीं तस्वीरों और वीडियो दिखाकर लोगों से ब्लैकमेलिंग के जरिए पैसे ऐंठे जाते थे। उड़ीसा भाजपा के भुवनेश्वर के अध्यक्ष बाबू सिंह ने आरोप लगाया है कि दरअशल इस पूरे मामले में इस ब्लैकमेलर लड़की के साथ 25 राजनीतिज्ञों का संपर्क था। इनमें से अधिकांश बिजू जनता दल के विधायक हैं।
प्रारंभिक जांच में उनके पास भुवनेश्वर में करोड़ों रुपये मूल्य की कोठी के अलावा एक विशाल फॉर्म हाउस तथा अन्य शहरों में भी संपत्ति है। इसके साथ साथ उनलोगों के पास महंगी गाड़ियों का संग्रह भी मिला है। एक फिल्म निदेशक को ब्लैकमेल करने की चक्कर में इसकी जानकारी पुलिस तक पहुंच गयी।
पुलिस के मुताबिक यह महिला विवाद होने पर खुद को वकील होने तथा कानूनी मामले में घसीटने की धमकी देती थी। पुलिस के मुताबिक अधिकांश मामलों में उसका पति ही चुपके से वीडियो बनाया करता था। दोनों ने यहां के पचास बड़े लोगों की एक सूची बनायी थी, जिन्हें किसी ने किसी मौके पर फांसने की उनकी योजना थी। अब मामले का खुलासा होने के बाद कौन कौन से नेता इसमे फंसे हैं, इसकी चर्चा से उड़ीसा का राजनीति गरमा गयी है।