दमास्कस। सीरिया में आईएस आतंकवादियों के खिलाफ जारी सैन्य अभियान के दौरान अब उनके कई ठिकाने नष्ट हुए हैं। कई इलाकों में आतंकवादियों की पकड़ कमजोर होने के बाद संगठन में शामिल लोगों की पहचान भी जाहिर होने लगी है। इसी क्रम में दो सबसे खतरनाक आतंकवादियों के बारे में एजेंसियों को पता चला है। पहले भी इन दोनों को कई वीडियो में देखा गया था लेकिन उनकी पहचान की जानकारी संगठन की ओर से जाहिर नहीं की गयी थी।
अब पता चला है कि जिस नकाबपोश आतंकवादी को सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की गरदन उतारकर सजा ए मौत देते देखा गया था वह दरअसल संगठन में द बुलडोजर के नाम से जाना जाता है। उसे चार फीट लंबी तलवार लिये लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर सजा देते पहले देखा गया था। उसके बाद उसे विमान भेदी तोप को अपने कंधे पर लादकर ले जाते भी देखा गया था।
तब उसकी पहचान के बारे में कुछ पता नहीं चला था। अब आतंकी शिविरों के नष्ट होने के बाद उसकी पहचान के बारे में जानकारी मिली है। उसे आतंकी संगठन के दस्तावेजों में द बुलडोजर आफ फाल्लुजाह कहा गया है। उसकी लंबाई करीब साढ़े छह फीट है और वह विशाल कद काठी का व्यक्ति है।
समझा जाता है कि वह बड़ी आसानी से अपने कंधे पर लादकर विमान भेदी तोप को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाता था। इसी वजह से सैन्य विमानों को आतंकी संगठन काफी नुकसान पहुंचाते थे। वरना इस किस्म के तोप को किसी गाड़ी पर लादकर ही दागा जाता है। वैसे कहा जाता है कि इस विशाल कद काठी के आतंकी को सीरिया की सेना ने गिरफ्तार किया था। लेकिन अब वह जीवित है अथवा नहीं इसकी कोई पुष्टि नहीं हो पायी है।
दूसरी तरफ लिटल जॉन के नाम से परिचित अबू अहमद अल चिहुयाहुआ शायद मूल रूप से इंग्लैंड का निवासी है। अपने ठिगनेपन की वजह से वह लिटल जॉन के नाम से जाना जाता था। बाद में वह अपनी पैंट की बहुत लंबी जेब में रॉकेट लॉंचर ले जाने वाला समझा गया था। करीब सात साल पहले की एक तस्वीर में उसे एके 47 के साथ देखा गया था। उसके बाद से ही उसे सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। इसलिए कहा जाता है कि किसी अभियान में शायद उसकी मौत हो चुकी है लेकिन उस बात की भी पुष्टि नहीं हो पायी है।