पटना । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक बार फिर कहा कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए काम कर रहे हैं और उन्होंने उन्हें कभी भी मिलने के लिए नहीं बुलाया था बल्कि वह खुद उनसे मिलने आए थे ।
कुमार ने कहा कि उनका राजनीति से कोई मतलब नहीं है और वह सिर्फ कुछ बोलने के लिए अपना बयान देते रहते हैं, उसका कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा,वह गलत बोल रहे हैं कि मैंने उन्हें मिलने के लिए बुलाया था । वह पहले भी कह चुके हैं कि उन्होंने (किशोर) खुद मुझसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी ।
अब वह जो भी बोल रहे हैं उन्हें बोलने दीजिए। हम लोगों को उससे कोई लेना देना नहीं है। वह मेरे घर में रहता था अब हम उसके बारे में क्या बोलें, उसको जहां जाना था चला गया ।
उन्होंने कहा,बीच में एक बार चार साल पहले वह मुझसे कह रहा था कि अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करा दीजिए । भला हम अपनी पार्टी का कांग्रेस में क्यों विलय कराएं ।
कुमार ने कहा,खैर इन लोगों का कोई ठिकाना नहीं है। आजकल फिर से जहां वह गया है भाजपा में, उसी के हिसाब से वह सब कुछ कह रहा है। हम नहीं बुलाए थे अपने आया था मिलने।
अब वह कुछ भी बोलता है बोले हम नहीं बोलेंगे, लेकिन आप लोगों ने पूछ दिया इसलिए हम बता दे रहे हैं कि इन लोगों को राजनीति से क्या मतलब है मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा है कि जब वह भाजपा के साथ है और उन लोगों की मदद कर रहा है तो शायद बेचारे को केंद्र में कोई जगह मिल जाए।
उनसे जब यह पूछा गया कि भाजपा भी यह आरोप लगाती है कि वह (प्रशांत) आपके एजेंडे पर काम कर रहे हैं तब श्री कुमार ने कहा कि श्री किशोर को समझना चाहिए कि जिसके लिए वह काम कर रहे हैं वह भी उन्हें जगह देने वाले नहीं हैं । चाहे वह जो भी करें।