नैनीताल। कांग्रेस नेता एवं प्रतिपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने अंकिता हत्याकांड और अल्मोड़ा के डांडा कांडा प्रकरण को लेकर गुरुवार को पुष्कर सिंह धामी सरकार पर हमला बोला और कहा कि उत्तराखण्ड कमजोर नेतृत्व के कारण रसूखदारों की ऐशगाह बनता जा रहा है।
आर्य ने कहा कि अभी अंकिता की चिता शांत भी नहीं हुई थी कि अल्मोड़ा के डांडा कांडा में दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी ए वी प्रेमनाथ द्वारा नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म ने उत्तराखण्ड राज्य की कानून और प्रशासनिक व्यवस्था पर फिर सवाल खड़े कर दिये हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले उत्तरकाशी जिले में भी एक नाबालिग रसूखदारों के दुष्कर्म का शिकार हुई थी।
उन्होंने कहा कि इन तीनों घटनाओं में कई समानताएँ हैं। सर्वप्रथम तीनों जघन्य अपराध राजस्व क्षेत्र में हुए हैं। साथ ही इन मामलों में अपराध पंजीकृत करने में विलंब हुआ है। इन तीनों ही मामलों में आरोपी रसूखदार और ताकतवर हैं।
अल्मोड़ा के डांडा कांडा मामले में उन्होंने कहा कि नाबालिग लड़की ने राजस्व उप निरीक्षक (क्षेत्रीय पटवारी) से संपर्क कर कानूनी कार्रवाई की मांग की, लेकिन पटवारी ने कोई कार्रवाई नहीं की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आरोपी पर अपने पद का दुरूपयोग कर सरकारी भूमि पर कब्ज़ा करने का भी आरोप है।
स्थानीय लोग आतंकित और डरे- सहमे रहते हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी अधिकारी की ओर से किसी गैर सरकारी संगठन के नाम से चलाये जा रहे अवैध रिसोर्ट को तोड़ने के आदेश भी हुए हैं, लेकिन ऊंची पहुँच के कारण उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है और न ही अधिक्रमित भूमि को ग्राम सभा को वापस की गयी है।