गोवा में मई से सितंबर तक के महीनों को ऑफ-सीजन माना जाता है। ऐसे मे यहां पर पर्यटकों की भीड़ काफी कम रहती है तो आप इस दौरान यहां घूमने की प्लानिंग कर सकते हैं। ऑफ सीजन में, गोवा में कई त्यौहार हैं जिनका आप आनंद ले सकते हैं।ट्रेवल करना भी वास्तव में एक कला है।
अधिकतर लोगों को घूमना तो बहुत पसंद होता है, लेकिन वह फिर भी सिर्फ इसलिए कहीं घूमने के लिए नहीं जाते हैं, क्योंकि इसमें उनके काफी सारे पैसे खर्च हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि ऐसे उनका सारा मंथली बजट बिगड़ जाएगा। हो सकता है कि आपके साथ भी ऐसा ही होता हो।
तो अपनी इस समस्या को दूर करने के लिए आप ऑफ सीजन में घूमने की प्लानिंग करें। भारत में ऐसी कई जगहें हैं, जो साल भर उतनी ही खूबसूरत नजर आती हैं। लेकिन अगर आप ऑफ सीजन में घूमते हैं तो आप उन जगहों को अधिक बेहतर तरीके से एक्सप्लोर कर पाते हैं।
साथ ही, आपके पैसे भी अपेक्षाकृत कम खर्च होते हैं।अधिकतर लोग मानसून के दौरान मेघालय घूमने से बचते हैं। लेकिन अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो मेघालय घूमने के लिए मानसून के अलावा और कोई समय नहीं हो सकता। इस दौरान यह स्थान हरा-भरा होता है और आप तितलियों की कई नई प्रजातियों के साथ-साथ हरे रंग के पचास से अधिक रंगों को देख सकते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको सबसे स्वादिष्ट मोमोज मिलेंगे, जिनका टेस्ट आप जीवनभर नहीं भूल सकते।गोवा में मई से सितंबर तक के महीनों को ऑफ-सीजन माना जाता है। ऐसे मे यहां पर पर्यटकों की भीड़ काफी कम रहती है तो आप इस दौरान यहां घूमने की प्लानिंग कर सकते हैं।
ऑफ सीजन में, गोवा में कई त्यौहार हैं जिनका आप आनंद ले सकते हैं। जून में साओ जाओ उत्सव और अगस्त में बोंदरम उत्सव आपको एक पूरी तरह से अलग सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेगा। साथ ही, इस दौरान आपको होटल से लेकर खान-पान के दौरान बहुत अधिक पैसे भी खर्च नहीं करने पडे़ंगे।
अगर आप महाराष्ट्र घूमना चाहते हैं तो आपको मानसून के दौरान मालशेज घाट की यात्रा करनी चाहिए। इस दौरान कई झरनों के मनोरम दृश्य आंखों को एक अजीब सा सुकून पहुंचाता है।जून और जुलाई के महीने ऐसे हैं जब आपको इस जगह की यात्रा करनी चाहिए।
यकीनन इन दिनों में यहां पर बहुत अधिक गर्मी होती है, जिसे सहन कर पाना काफी मुश्किल होता है। लेकिन इस दौरान आपको यहां पर सबसे स्वादिष्ट दशहरी आम का स्वाद चखने का मौका मिलेगा।