नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि गुजरात डेरी के अध्यक्ष विपुल चौधरी ने कॉपरेटिव सोसाइटी में बड़ा भ्रष्टाचार कर भारतीय जनता पार्टी को पैसा दिया था और अब उसके खिलाफ प्रथामिकी दर्ज की गई है।
कांग्रेस के दिल्ली के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल नेपार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विपुल चौधरी की राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से बहुत नजदीकी थे।
श्री चौधरी 2005 में गुजरात कॉपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष थे और उनके मुख्यमंत्रित्व काल में कॉपरेटिव सोसाइटी में जमकर भ्रष्टाचार हुआ था । इसमें से बड़ा पैसा सीधे भाजपा के पास पहुंचता था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उस दौर में विपुल चौधरी का सीधा संबंध मुख्यमंत्री मोदी से था और श्री मोदी जो कहते थे श्री चौधरी वही करते रहे हैं। विपुल चौधरी बराबर श्री मोदी के साथ रहते थे, उनसे सम्मान पाते थे।
उनके माध्यम से सम्मेलनों का आयोजन करवाते थे लेकिन अब विपुल समर्थकों ने जब भाजपा के खिलाफ आवाज उठाई तो चौधरी के विरुद्ध 800 करोड़ रुपए का मुकदमा दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि विपुल चौधरी उनके सबसे करीबी लोगों में थे और अब श्री चौधरी के खिलाफ एक प्राथमिकी दायर की गई है जिसमें कहा गया है कि उन्होंने 800 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार किया है।
उनका कहना था कि यह बड़ा सवाल है कि विपुल के खिलाफ उस दौरान मुकदमा दर्ज क्यों नहीं किया गया। क्या तब श्री मोदी को नजर नहीं आ