देहरादून। भाजपा के अंदरखानों में चर्चा थी कि 15 अगस्त के बाद प्रदेश संगठन की ओवरहॉलिंग को लेकर बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं।
अब 25 अगस्त तक टीम महेंद्र की घोषणा के आसार हैं और जिस तरह के फॉर्मूले सेट हो रहे हैं, उनसे कई नेताओं में खलबली देखी जा रही हैबीजेपी प्रदेश संगठन में अब कई सीनियर नेता मार्गदर्शक मंडल की शोभा बढ़ीएंगे और उनकी जगह संगठन की मेन बडी में अब युवाओं को कमान थमाने की तैयारी है।
224 के मद्देनजर किए जा रहे इन बदलावों में 70 से 80 फीसदी पदाधिकारी बदल दिए जाएंगे।
माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट अपनी नयी टीम से जुड़े बड़े ऐलान 25 अगस्त तक कर सकते हैं। इस नयी टीम के लिए युवाओं का नया गणित तैयार किया जा रहा है तो कई नाम इसलिए भी चर्चा में चल रहे हैं क्योंकि उनकी जगह संगठन के सक्रिय पदों से खो सकती है।
बीजेपी ने 224 के मद्देनजर संगठन में टप टू बटम बदलाव की कवायद शुरू कर दी है।महेंद्र भट्ट को संगठन की कमान सौंपने के बाद अब पार्टी में टीम महेंद्र के सिलेक्शन को लेकर माथापच्ची चल रही है।
टीम का स्वरूप क्या हो इसके लिए भट्ट को राष्ट्रीय नेतृत्व से स्पष्ट दिशा निर्देश पहले ही मिल चुके है।
संगठन के मौजूदा पदाधिकारियों में से 7 फीसदी को बदलकर उनकी जगह युवा नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। संगठन में अधिकतम एज लिमिट 6 साल रखी गई है तो जिलाध्यक्ष के लिए 5 साल।
फॉर्मूले से सीनियरों में खलबली!
भट्ट का कहना है कि वह खुद युवा हैं तो उनकी टीम भी युवा होगी। उन्होंने कहा, सीनियरों का मार्गदर्शन रहेगा और युवाओं पर फोकस रहेगा। यही फॉर्मूला पार्टी की यूथ विंग में भी अप्लाई किया जाएगा।
भाजयुमो में 35 साल से ऊपर का कोई पदाधिकारी नहीं होगा। भट्ट कैबिनेट में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को भी साधने की तैयारी है। हालांकि बीजेपी के सीनियर नेता भट्ट के इस विजन को लेकर ज्यादा खुश नजर नहीं दिख रहे।