कोलकता। पश्चिम बंगाल में आसनसोल की एक विशेष अदालत के तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल को 10 दिनों की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) हिरासत का आदेश देने के कुछ घंटों बाद उन्हें कोलकता लाया गया। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल पर मवेशियों का अवैध व्यापार करने के आरोप हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सीबीआई उनसे मवेशियों के बढ़ते हुए अवैध व्यापार में उनकी भूमिका और उनकी चल-अचल संपत्तियों के बारे में पूछताछ करेगी। मंडल पश्चिम बंगाल में कोयला तस्करी और चुनाव के बाद हिंसा के भी आरोपी हैं, जिसकी जांच भी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। सभी मामलों की जांच कलकता उच्च न्यायालय की निगरानी में हो रही हैं।
बासठ वर्षीय मंडल, बीरभूमि में तृणमूल के जिला अध्यक्ष हैं और दक्षिण बंगाल के जिलों में बहुत प्रभावी और शक्तिशाली माने जाते हैं। उन्हें गुरुवार पूर्वाह्न लगभग 10 बजे उनके निचुपट्टी स्थित निवास से गिरफ्तार किया गया, जब वे मवेशियों के सीमा पार व्यापार में अपनी कथित संलिप्तता में जारी सीबीआई के 10वें समन में शामिल नहीं हुए।
बुधवार की देर रात मंडल के बीरभूम स्थित निचुपट्टी बंगले को सीबीआई अधिकारियों और केंद्रीय बलों ने घेर लिया और गुरुवार सुबह उसमें प्रवेश किया। लगभग दो घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें वहां से ले जाया गया। सीबीआई ने अपने एक वक्तव्य में कहा कि उसने 21 सितंबर, 2020 को चार लोगों के खिलाफ कथित रूप से मवेशियों का सीमा-पार व्यापार करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया, जिसमें बीएसएफ कमांडेंट सतीश कुमार भी शामिल हैं।
बयान में कहा गया कि मंडल ने अपने काले धन को वैध करने लिए कथित रूप से फर्जी व्यावसायिक गतिविधियां दिखायीं और लंबे समय तक सीबीआई समन की अवहेलना की। मंडल और उनके सहयोगी पड़ोसी देश में पशुओं की अवैध तस्करी के आरोपी हैं।