विजयवाड़ा । आंध्र प्रदेश के डोवलेस्वरम में सर आर्थर कॉटन बैराज में भारी बारिश के मद्देनजर गोदावरी और कृष्णा नदियां ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों से भारी प्रवाह के कारण उफान पर हैं और चेतावनी संकेत दो जारी किए गए हैं। गोदावरी नदी में बाढ़ की स्थिति गंभीर है क्योंकि जल स्तर बढ़ रहा है।
दोवलेस्वरम बैराज में जलस्तर 15 फीट था और सभी शिखा के फाटकों को उठाकर लगभग 14.70 लाख क्यूसेक पानी समुद्र में छोड़ा जा रहा है। इस बीच कोनसीमा जिले के आईनावल्ली, एडुरुबेडे व पी गन्नावरम के कई गांव गोदावरी बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। के येनुगुपल्ली लंका, शिवयालाना, पुचायाकलालंका और मानेपालीपलेम सहित विभिन्न गांवों से सड़क संपर्क बाधित होने से बाढ़ के पानी में कई कारण जलमग्न हो गए।
गाँव से बाहर आने के लिए ग्रामीण देशी नावों का प्रयोग कर रहे हैं। अल्लूरी सीताराम राजू जिले के चिंतूर गांव में ग्रामीणों ने आवश्यक वस्तुओं को उपलब्ध कराने में अधिकारियों की उदासीनता के खिलाफ घुटने भर बाढ़ के पानी में खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया।
किसानों ने मीडिया को बताया कि चूंकि उनके गांव गोदावरी बाढ़ के पानी से घिरे हुए थे, इसलिए उन्हें अपने मवेशियों को खिलाने के लिए चारा लेने के लिए खंभों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। पश्चिम गोदावरी जिले में गोदावरी नदी के बाढ़ के पानी से अचंता और येलमंचिली मंडल के कई द्वीप गांव डूब गए।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को राहत कार्यों के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है कि गोदावरी नदी में आई भारी बाढ़ ने पिछले महीने करीब 10 दिन तक तबाही मचाई थी। राहत शिविरों में रहने वाले बाढ़ पीड़ति कुछ दिन पहले ही अपने गांवों के लिए रवाना हुए और अधिकारियों ने उन्हें अपने गांवों को छोड़ फिर से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा।