रुद्रप्रयाग। सावन मास में हजारों की तादात में शिव भक्त बाबा केदारनाथ और तुंगनाथ के दरबार में कांवड़ लेकर पहुंच रहे हैं। बरसाती सीजन में कांवड़ियों के हुजूम से जहां बाबा का दरबार गुंजायमान हो रहा है, वहीं यात्रा मार्गो में कांवड़ियों के हुड़दंग से लोग भी परेशान हैं।
ये कांवडिय़े शहरी इलाकों में शोर मचाकर बाइकों में निकल रहे हैं, जबकि मॉडिफाइड साइलेंसर से ध्वनि प्रदूषण भी फैला रहे हैं, जिस कारण माहौल भी खराब हो रहा है।
सावन के महीने में भोले के भक्त भारी संख्या में केदारनाथ और तुंगनाथ धाम पहुंच रहे हैं। 14 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा के बाद हजारों की संख्या में कांवडिय़े पहाड़ों की ओर रुख कर रहे हैं। वहीं आस्था का प्रतीक माने जाने वाली कांवड़ यात्रा का कुछ भक्त माखौल भी उड़ा रहे हैं।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने हरिद्वार में पानी से कांवडिय़ों के पैरों को भी धोया था। बताया जा रहा है कि तबसे ही कांवडिय़ों के हौंसले बुलंद हो गये हैं। ये कांवडिय़े जहां दुपहिया वाहन में बिना हेलमेट के ट्रिपलिंग कर यातायात नियमों का सरेआम उल्लंघन कर रहे हैं, वहीं बाइकों में चलते समय हो-हल्ला मचाकर लोगों को परेशान भी कर रहे हैं। इसके अलावा चलती बाइकों में चिलन जलाकर धुंआ भी उड़ाने में लगे हैं।
शिव भक्तों के ट्रिपलिंग के साथ सडक़ों पर फर्राटे भरने से शहरी इलाकों के लोग परेशान हैं, वहीं इनके खिलाफ न तो पुलिस और न ही परिवहन विभाग कोई कार्रवाई कर रहा है। जिस कारण कांवडिय़े धड़ल्ले से यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
वाहनों पर बिना हेलमेट के ट्रिपलिंग कर तेज गति से हाईवे पर फर्राटा भरते इन्हें देखे जा सकता हैं। मॉडिफाइड साइलेंसर से ध्वनि प्रदूषण फैला रहे हैं, जिस कारण माहौल भी खराब हो रहा है। इससे पहाड़ की शांत वादियों पर भी बुरा असर देखने को मिल रहा है।
जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग सहित अगस्त्यमुनि, तिलवाड़ा, भीरी, चन्द्रापुरी, गुप्तकाशी, फाटा से लेकर सोनप्रयाग के शहरों में दुपहिया वाहनों से ध्वनि प्रदूषण करने में लगे हैं, जिससे आम राहगीरों को दुर्घटना का खतरा बना रहता है। ये कांवडिय़े पुलिस चौकियों के बाहर से लेकर बैरियरों में भी ध्वनि प्रदूषण करते हैं, बावजूद इसके पुलिस कोई कार्यवाही नहीं करती है।
नगर व्यापार संघ अध्यक्ष चन्द्रमोहन सेमवाल, पूर्व सभासद दीपांशु भट्ट, विपिन पंवार का कहना है कि रुद्रप्रयाग से होकर जाने वाले कतिपय दुपहिया वाहन चालकों द्वारा बिना हेलमेट, निधारित गति से अधिक की गति सीमा तथा मॉडिफाइड साइलेंसर का प्रयोग करते हुए अपने वाहन का संचालन किया जा रहा है। ऐसे वाहन चालकों की वजह से आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों की ओर से अपनी इस परेशानी को अब सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से पुलिस से साझा किया गया है, जिसके बाद पुलिस हरकत में आ रही है। उन्होंने कहा कि चिलम जलाकर बाइकों को तेजी से दौड़ाया जा रहा है। कांवड़ भक्तों की आड़ में मादक पदार्थो की तस्करी होने की भी आशंका बनी हुई है। कुछ कांवड़ भक्त देवभूमि की शांत वादियों को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस की ओर से इनके चालान तो काटे जा रहे हैं, मगर इनकी चैकिंग नहीं की जा रही है। ये कांवडिय़े गांजा व चरस का सेवन कर रहे हैं, जबकि राजमार्ग किनारे बरसाती गदेरों में शराब का सेवन भी कर रहे हैं।वहीं मामले में पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि केदारनाथ धाम में भी काफी संख्या में कांवडिय़ों का आगमन हो रहा है, लेकिन कुछ भक्त ऐसे हैंं, जो यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कांवड़ यात्रियों से अपील की कि यातायात के नियमों का पालन के साथ हेलमेट का प्रयोग करें। साथ ही तीन सवारी बैठकर न आएं, जिससे आमजन को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि केदारनाथ व तुंगनाथ धाम की यात्रा में आने वाले कांवडिय़ों के साथ अन्य भक्तों की चैकिंग की जायेगी।