बारात में न ले जाने पर दोस्त ने भेजा पचास लाख का नोटिस
शादी में बुलाकर दोस्तों को छोड$कर जाना पड़ा महंगा
हरिद्वार। दोस्त को शादी में बुलाकर बारात में न ले जाने पर मानसिक रूप से परेशान दोस्त ने कानूनी रूप से अधिवक्ता के माध्यम से मानहानि का पचास लाख का नोटिस भेजा। बारात बहादराबाद से बिजनौर उत्तर प्रदेश जानी थी। बारात में जाने के लिए निमंत्रण देने के बाद समय से पहले बारात चली गयी।
दोस्त से फोन पर बात की तो उसने वापस घर जाने के लिए बोल दिया। दोस्त की बात सुनकर मानसिक रूप से परेशान हो गया। अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बताया कि रवि पुत्र वीरेन्द्र निवासी आराध्या कालोनी बहादरबाद का विवाह 2& जून को था। बारात को धामपुर बिजनौर जाना था।
दुल्हे रवि ने अपने दोस्त चन्द्रशेखर पुत्र मुसद्दीलाल निवासी देव नगर कनखल को कुछ शादी के कार्ड लिस्ट के साथ देते हुए कहा था कि उन लोगों को कार्ड देकर अपने साथ बारात प्रस्थान स्थल पर लेकर समय पर पहुंच जाना। चन्द्रशेखर लिस्ट के लिखे दोस्तों को लेकर निर्धारित समय से पूर्व बारात प्रस्थान स्थल पर पहुंचा तो बारात समय से पहले ही प्रस्थान कर चुकी थी।
जिस पर चंद्रशेखर ने अपने दूल्हा बने दोस्त को फोन कर जानकारी ली तो दुल्हे ने बताया कि हम लोग निकल चुके है और आप लोग वापस घर लौट जाओ। शादी में बुलाने वाले दोस्त के इस व्यवहार को सुनकर चन्द्रशेखर समेत बारात में जाने के लिए पहुंचे दोस्तों को बहुत बुरा लगा।
जिन्होंने चन्द्रशेखर को खरी खोटी सुनाई। जिस पर चन्द्रशेखर मानसिक डिप्रेशन में आ गया। दोस्तों ने चन्द्रशेखर से कहा कि रवि ने जानबूझकर उसकी मानहानि की है। जिसकी जानकारी चन्द्रशेखर ने दोबारा फोन कर दुल्हा बने दोस्त रवि को दी। रवि ने अपने दोस्त चंद्रशेखर की पीड़ा को नहीं समझा और कोई क्षमा याचना नहीं की।
मानसिक पीड़ा से परेशान होकर चंद्रशेखर ने अपने उनके माध्यम से एक कानूनी नोटिस दूल्हे को भिजवाया। नोटिस में कहा गया कि तीन दिन के भीतर उसकी मानहानि के बाबत सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करें और मानहानि की बाबत चन्द्रशेखर को पचास लाख दिया जाना सुनिश्चित करें, यदि अनुपालन नहीं किया गया तो सक्षम न्यायालय में सक्षम वाद दायर किये जाने की बात कही गयी है।