देहरादून: खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री रेखा आर्या और खाद्य आयुक्त सचिन कुर्वे के बीच ट्रांसफर को लेकर तकरार शुरू हो गई है। मामला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक पहुंच गया है।
मंत्री रेखा कहना है कि अधिकारी मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं बिना विभागीय मंत्री का अनुमोदन लिए कई अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले कर दिए जो तबादला एक्ट के विरुद्ध है। उन्होंने खाद्य आयुक्त सचिन कुर्वे को अपने विभाग से हटाने की मांग भी की है और इस मामले पर सख्त कार्रवाई करने के लिए पत्र भी लिखा है।
खाद्य ,नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले की मंत्री रेखा आर्या ने खाद्य आयुक्त सचिन कुर्वे द्वारा नैनीताल जिले के जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मन को अनिवार्य रूप से अवकाश पर भेजे जाने को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है।
जिसे लेकर मंत्री ने खाद्य आयुक्त को पत्र लिखकर कहा कि उक्त विषय को मेरे संज्ञान में लाये बिना आयुक्त खाद्य द्वारा की गई कार्रवाई को तत्काल निरस्त किया जाता है। ये कार्रवाई बेहद ही खेदजनक और रूल्स ऑफ बिजनेस का घोर उल्लंघन है।
रेखा आर्या ने कहा कि विभागीय मंत्री के अनुमोदन के बिना इस तरह की कार्रवाई किया जाना मनमानी एवं एकाधिकार का प्रतीत है। दिलचस्प बात ये है कि मंत्री के आदेशों पर भी आयुक्त सचिन कुर्वे ने कोई अमल नहीं किया और उसके बाद भी 6 जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारियों के तबादले कर दिए।
खाद्य आयुक्त सचिन कुर्वे के द्वारा की गई इस प्रकार की कार्रवाई पर रेखा आर्या ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और खाद्य आयुक्त को पत्र जारी कर जवाब देने को कहा है।
आपको बता दें की पहली भी किसी अधिकारी के साथ रेखा आर्य की तनातनी हुई हो। पिछले कार्यकाल मे भी मंत्री रेखा आर्य की अधिकारियों और सचिवों के साथ कई बार झड़प हो चुकी है ।
आपको याद दिला दें की राज्यमंत्री रेखा आर्य और आईएएस वी षणमुगम के विवाद के बाद रेखा आर्य की विभागीय सचिव आईएएस सौजन्या ने भी महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग छोड़ दिया था और ये बात सामने आई थी की उनके विभाग के भी कुछ अधिकारी रेखा आर्य के साथ काम नहीं करना चाहते हैं इस घटना से पहले आईएएस वी षणमुगम ने भी लिखित में मुख्य सचिव को पत्र देकर रेखा आर्य के विभाग को छोड़ने की इच्छा जाहीर की थी और साथ ही मुख्य सचिव को पत्र देकर आईएएस षणमुगम अगले करीब 10 दिन की छुट्टी पर चले गए थे।
उतराखंड के कैबिनेट मिनिस्टर मंत्री रेखा आर्य के द्वारा ट्रांसफर को सही बता रहे हैं तो वहीं कांग्रेस का कहना है की रेखा आर्य की आज तक किसी अधिकारी से नहीं बनी कांग्रेस का कहना है की चाहे त्रिवेन्द्र सरकार रही हो या तीरथ सरकार कभी भी रेखा आर्य की अधिकारियों के साथ नहीं पटी अब धामी सरकार मे भी यही हो गया कांग्रेस का आरोप है की मंत्री अपने विभाग से सामंजसय नहीं बना पाती जिसका खामियाजा विभागीय अधिकारियों के अलावा आम जनता भुगतती है। फिलहाल सीएम धामी तक ये बात पहुँच चुकी है और सबकी निगाहें धामी के एक्शन पर टिकी हैं।