रायपुर। अग्निपथ योजना को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। बघेल ने कहा कि युवाओं के साथ छलावा है। दो वर्ष तक सेना में भर्ती को रोककर अग्निपथ योजना का नया शिगूफा मोदी सरकार ने छोड़ दिया हैं।
उन्होने कहा कि चार वर्ष बाद इस योजना में चयनित होने वाले युवा क्या करेंगे। उन्होने इन्हे पुलिस की भर्ती में प्राथमिकता देने के बारे में किए जा रहे वादे के बारे में कहा कि क्या जितने युवा चार वर्ष में रिटायर्ड होंगे सभी की पुलिस में भर्ती संभव हैं।
उन्होने कहा कि वैसे भी पुलिस एवं सेना के प्रशिक्षण में बहुत अन्तर हैं। उन्होने कहा कि पुलिस को कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करना होता हैं और उसके लिए तमाम तरीके से काम करना होता हैं जबकि सेना में या तो दोस्त होता है या फिर दुश्मन,इसकी ट्रेनिंग दी जायेंगी।
पुलिस की तरह सेना का काम सामने वालों को समझाना नही होता।उन्होने पूछा कि सेना में पूर्णकालिक भर्ती करने में आखिर क्या दिक्कत हैं,यह देश को बताना चाहिए।
अग्निपथ योजना को देश के लिए काफी खतरनाक करार देते हुए उन्होने कहा कि योजना के तहत इतनी बड़ी संख्या में बन्दूक एवं आधुनिकतम हथियार चलाना सीखकर रिटायर्ड होकर युवा गिरोह बनाकर अपराधी भी बन सकते हैं।उन्होने कहा कि मोदी सरकार समाज को आखिर किस दिशा में ले जाना चाहती हैं।