यूपीईएस में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रोजेक्ट स्वावलम्बन का हुआ आगाज

देहरादून। ग्राम बिधौली स्थित यूपीईएस देहरादून में चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारियों के सशक्तिकरण के लिए प्रोजेक्ट हैपीनेस के तत्वाधान में ‘आशाएं’ एवं ‘प्रोजेक्ट स्वावलम्बन’ की आज से शुरुआत हुई।

‘प्रोजेक्ट स्वावलम्बन’ अमेरिकन दूतावास एवं स्वेच्छा भारत के साझा सहयोग से मिलने वाली ग्रांट से शुरू किया गया है। ये ग्रांट अति प्रतिष्ठित ग्रांट मानी जाती है।

इस प्रोजेक्ट के माध्यम से यूपीईएस विश्विधालय परिसर में काम करने वाले महिला हाउस कीपिंग स्टाफ को 72 घंटों की ट्रेनिंग देकर स्वावलम्बी बनाने की पहल की जा रही है। इस ट्रेनिंग में अंग्रेजी भाषा ज्ञान, टेक्नोलॉजी, कम्युनिकेशन स्किल, डिजिटल साक्षरता, कानूनी अधिकार एवं स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां विश्विधायालय के प्रोफेसरों द्वारा दी जाएगी।

इस अवसर पर शरद मेहरा चैयरमेन, (एचईआरएस) ने महिलाओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा, “जब हम पूरे देश से आने वाले बच्चों को पढ़ाकर करियर बनाने के लिए तैयार करते हैं ऐसे में हमारी महिला हाउस कीपिंग स्टाफ के करियर में आगे बढ़ने के लिए ये स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग बहुत मददगार साबित होगी।

यूपीईएस हमेशा से अपने आसपास के ग्रामीण समाज के विकास से जुड़े सरोकारों के विषय में सकारात्मक नजरिया रखता है और हम आने वाले समय में इन ग्रामों में रहने वाले युवाओं और बच्चों के लिए एक ऐसे स्कूल की परिकल्पना कर रहे हैं जहां पढ़ना पूरी तरह निशुल्क हो। हम शिक्षा का एक ऐसा वृक्ष लगाने की सोच रहे हैं जिसकी छाया में इस ग्राम की आने वाली नस्लें शिक्षा पाती रहें।
यूपीईएस के कुलपति डा. सुनील राय ने बिधौली ग्राम प्रधान श्रीमती बिमलेश गुलेरिया की उपस्थिति में सभागार में उपस्थित नारी शक्ति का स्वागत करते कहा- “कि इस ट्रेनिंग को करने के बाद न केवल आप सशक्त बनेंगी बल्कि अपने आसपास की अन्य महिलाओं को भी सशक्त करेंगी। ये तो एक शुरुवात है।

सूक्ष्म से सम्पूर्ण की यात्रा का आगाज़ है।
कार्यक्रम में उपस्थित उप कुलपति डा. राम शर्मा ने सभी महिलाओं को इस ट्रेनिंग को पूरी लगन से करने के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा- “कि आप का शिक्षित होना पूरे परिवार की उन्नति का आधार बनेगा।

स्कूल ऑफ़ लिबरल स्टडीज के डीन शुभाषीस गंगोपाध्याय ने महिलाओं के सशक्तिकरण के विषय में प्रकाश डालते हुए कहा –“कि हमें महिलाओं का सशक्तिकरण करने के लिए ब्यूटीपार्लर या पापड़ बड़ियों की ट्रेनिंग से आगे बढ़ कर सोचना होगा।

उन्हें एक दायरे में बांध कर नहीं रखना है। एसोसिएट डीन डा. अत्री नौटियाल ने सभी महिलाओं से संवाद कर उन्हें नए सफर की शुरुवात बिना किसी डर या बाधा के करने पर ज़ोर दिया साथ ही चीफ हैपीनेस अफसर नीरज पॉल ने सभी महिलाओं को करियर में आगे बढ़ने के लिए इस ट्रेनिंग के महत्त्व पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में 40 महिला हाउस कीपिंग स्टाफ ने बड़े उत्साह से हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गौरव मिश्रा , डा. ऋतम दत्ता, और पूजा खन्ना ने. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में यू पी ई एस के 16 प्रोफ़ेसर महिला हाउस कीपिंग स्टाफ को ट्रेनिंग देंगे।

Leave a Reply