- रेल्ले भूमि से गुजरकर नटराज चौक की तरफ जाने वाली सड़क में दो वर्ष से जगह-जगह डामर उखड़ने से बने सैकड़ों गड्डे
- पूर्णतः उखड़ा हुआ है डामरक भी भी हो सकती बड़ी दुर्घटना
- डायवर्जन की शुरुआत में अस्थायी खंड लोक निर्माण विभाग कार्यालय का बोर्ड लगा है।
- सड़क से गुजरते हैं चारधाम यात्रियों के वाहन तथा देहरादून, नरेन्द्र नगर मुनिकीरेती की तरफ जानेवाले वाहन
ऋषिकेश/देहरादून । ऋषिकेश स्थित पुराने रेलवे स्टेशन के निकट विगत दो वर्ष पहले डेढ़ किलोमीटर सड़क डायवर्ट की गयी। वह इसलिए कि पुराने रेलवे स्टेशन के आगे रेलवे की जमीन पर सड़क बनी हुई थी । रेलवे ने अपनी जमीन अधिग्रहित की तो सड़क को नीचे की तरफ डायवर्ट किया गया।
सड़क में दो वर्ष पहले रेलवे ने डामर किया गया जोकि एक सप्ताह में उखड़ गया सभी समाचार पत्रों ने जोर-शोर से इस सड़क पेच की दुर्दशा को उजागर किया। तब यह भी बताया गया कि सड़क पर नकली डामर बिछाने की ऐवज में रेलवे के कुछ अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया था।
पुनः इस डेढ़ किमी सड़क पेच पर डामर किया गया ।तीन हफ्ते में डामर पुनः उखड़ गया । बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं। इन मौत के गड्ढों में किसी की भी शामत आ सकती है। लगता है कि अब जुलाई – अगस्त माह का इंतजार कर रहे हैं ताकि दोष बरसात के मौसम को दिया जा सके।
रेलवे स्टेशन की तरफ से इस डाइवर्जन के शुरूआत में कार्यालय अधिशासी अभियंता अस्थायी खंड लोक निर्माण विभाग ऋषिकेश का बोर्ड लगा है
अफसोस की बात है कि रोज इन गड्ढों में आये दिन कोई न कोई दुर्घटना का खतरा बना हुआ है लेकिन संबंधित विभाग इसको बहुत हल्के में ले रहा है।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ का कहना है कि रेलवे स्टेशन में चारधाम जानेवाले यात्री पहुंच रहे है ।छोटे-बड़े वाहनों में इसी मार्ग से नटराजन चौक के लिए जाते हैं। सड़क ऐसी जानलेवा बनी हुई है कि कोई भी वाहन उलट सकता है।
इस मार्ग से देहरादून, नरेन्द्र नगर ,मुनिकीरेती की तरफ भी वाहन गुजरते हैं। अत: समय रहते संबंधित विभाग को सड़क को दुरुस्त कर देना चाहिए किसी अनहोनी का इंतजार नहीं करना चाहिए।
इस संबंध में मीडिया प्रभारी ने पर्यटन-तीर्थाटन तथा पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज को भी पत्र लिखा है।
सड़क मार्ग को दुरुस्त करने के लिए कार्रवाई तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भी अनुरोध किया है।