पहाड़ में बढ़ रहे ब्लड प्रेशर तो मैदान में शुगर के मरीज,मैदानी क्षेत्र से अधिक पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ी मरीजों की संख्या
बागेश्वर। पहाड़ वासियों के लिए चिंताजनक है कि अब पहाड़ में उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जबकि शुगर मरीजों की संख्या में मैदानी क्षेत्र आगे है।
आंकड़ा के अनुसार वर्तमान में उच्च रक्तचाप अल्मोड़ा तो शुगर उधमसिंह नगर में पैर पसारने लगा है।
माना जाता रहा है कि पहाड़ के लोग अधिक मेहनती होते हैं तथा पहाड़ की दिनचर्या बीमारी से मुक्त रहती है। मैदानी व व्यस्त क्षेत्रों के लोग भी कुछ दिन की शांति व शकून के लिए पहाड़ की वादियों में आना चाहते हैं ताकि वे स्वस्थ जीवन जी सकें।
परंतु इस बार जो स्वास्थ्य विभाग के आंकडें आ रहे हैं उसे पहाड़ में चिंता की स्थिति हो रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य परिवार सर्वेक्षण के अनुसार कुमाऊं की बात की जाय तो यहां अल्मोड़ा जनपद में सर्वाधिक लोग ब्लड प्रेशर की बीमारी से पीड़ित हैं।
यहां के 5३. 6 फीसदी लोग इस बीमारी को झेल रहे हैं। जबकि दूसरे नंबर पर पिथौरागढ़ा जनपद को रखा गया है। वहीं शुगर की बात की जाए तो कुमाऊं में उधम सिंह नगर में इसके सर्वाधिक मरीज है दूसरे नंबर पर नैनीताल जिला है।
पर्वतीय जिला होने के बाद भी अल्मोड़ा में भी शुगर के मरीज बढ़ने लगे हैं। जिस तरह से पहाड$ में उच्च रक्तचाप की समस्या पैदा हो रही है वह निश्चित रूप से चिंताजनक है। यदि पहाड़ की पीढ़ी चेती नहीं तो आने वाले समय में यह समस्या गंभीर हो सकती है।
योग से पाया जा सकता है काबू
नियमित रूप से योग प्रचार प्रसार में लगे युवा भास्कर लोहुमी के अनुसार नियमित योग व खान पान में ध्यान देकर उच्च रक्तचाप व शुगर में काबू पाया जा सकता है।
इसके लिए अनुलोम विलोम, भ्रामरी, भुजंगासन करना चाहिए व सुबह के समय नियमित रूप से घूमना चाहिए।