साइकिल से बाबा केदार की यात्रा कर रहे महाराष्ट्र के शिवाजी ऑल इंडिया राइड पर निकले हैं
शिवाजी पाटिल भाई इन दिनों साइकिल से कर रहे हैं चारधाम की यात्रा
छ: महीनों में कर चुके हैं 12 हजार किमी की साइकिल यात्रा
रुद्रप्रयाग। कहते हैं भगवान के प्रति सच्ची श्रद्धा रखने वाले इंसान की मुश्किलें भी आसान हो जाती हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखा रहे हैं महाराष्ट्र नांदेड़ के शिवाजी पाटिल भाई। जो साइकिल से ऑल इंडिया राइड पर हैं और इन दिनों चारधाम की यात्रा कर रहे हैं।
जिस केदारनाथ की पैदल चढ़ाई चढऩे में इंसान की सांस फूल जाती है, वहां वे साइकिल के साथ यात्रा कर रहे हैं और पहाड़ की संस्कृति से भी रूबरू हो रहे हैं।
बता दें कि चारधाम यात्रा का आगाज होने के बाद से देश के विभिन्न कोनों से सच्ची आस्था रखने वाले भक्त जैसे-कैसे चारधामों में पहुंच रहे हैं और मनौतियां मांगकर अपने घर को लौट रहे हैं।
इस बीच ऐसे लोग भी पहुंच रहे हैं, जो अपनी यात्रा साइकिल से कर स्थानीय संस्कृति से भी रूबरू हो रहे हैं। गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी करीबन 19 किमी है और रामबाड़ा से खड़ी चढ़ाई होने से श्रद्धालुओं को खासी दिक्कतें उठानी पड़ती है, मगर एक शख्स ऐसा है जो साइकिल के साथ भगवान केदारनाथ की यात्रा कर रहा है।
महाराष्ट्र नांदेड़ के शिवाजी पाटिल ने बताया कि देश आजादी को 75 साल हो गये हैं और वे भी आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए देश के विभिन्न राज्यों में घूम रहे हैं। एक माह से उत्तराखण्ड का भ्रमण कर रहे हैं और इन दिनों चारधाम की यात्रा कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उनका मकसद देश के हर राज्य का कल्चर जानना है। अलगअलग जगहों पर वहां की भोली-भाषा को जान रहे हैं। अब तक महाराष्ट्र, गोवा गुजरात, दिल्ली, मध्यप्रदेश व हरियाणा भ्रमण कर चुके हैं और इन दिनों उत्तराखण्ड का भ्रमण करते हुए चारधामों की यात्रा कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि छ: महीनों में 12 हजार किमी की साइकिल यात्रा कर चुके हैं और इन दिनों चारधामों में केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री एवं गंगोत्री की यात्रा करने के बाद हिमाचल के भ्रमण पर निकल जायेंगे। डेढ़ महीने तक हिमालच की यात्रा करने के बाद लददाख, कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, यूपी व बिहार का भ्रमण करेंगे।
उन्होंने बताया कि 20 महीनों की यात्रा में जितना किलो मीटर हो सके, वे यात्रा करेंगे। बताया कि केदारनाथ की खड़ी चढ़ाई पर जहां साइकिल नहीं चल पायेगी, वहां वे कंधे से साइकिल को ले जाकर यात्रा करेंंगे।