भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंहह चौहान ने कहा है कि जनता को प्रतिदिन पीने का पानी मिलना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने अपने निवास कार्यालय से राजगढ़ और बड़वानी जिले की वर्चुअली समीक्षा के दौरान कहा कि पानी की आपूर्ति नल, टैंकर, ट्यूबवेल से हो या फिर परिवहन करना पड़े, जो भी व्यवस्था आवश्यक है, वह करें और प्रतिदिन पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करें।
चौहान ने बड़वानी में गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए स्वास्थ्य केंद्र तक लाने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहित करने शुरू किए गए ‘‘मिशन उम्मीद’’, ग्रामीणों के समस्त आवश्यक दस्तावेज पूर्ण कराने ‘‘पहुँच अभियान’’ और अंकुर अभियान में वृक्षारोपण के लिए संचालित गतिविधियों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि इन गतिविधियों का क्रियान्वयन अन्य जिलों में भी प्रभावी रूप से किया जाए। उन्होंने आकांक्षी जिलों में सभी 6 सूचकांकों की स्थिति सुधार के लिए विशेष गतिविधियाँ प्राथमिकता से चलाने के निर्देश देते हुए कहा कि आँगनवाड़ी और स्वास्थ्य केंद्रों में मूलभूत सुविधाएँ बढ़ाने के साथ, कुपोषण दूर करने जनभागीदारी को शामिल कर जनजागरूकता अभियान संचालित किया जाए।
उन्होंने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि और समाज के लोगों को साथ लेकर अभियान चलाने की आवश्यकता है। हमें यह भाव विकसित करना होगा कि बच्चों के पोषण स्तर में सुधार, सरकार के साथ समाज की जिम्मेदारी भी है।
उन्होंने कहा कि आँगनवाड़ी के बच्चों के लिए सामग्री एकत्र करने के उद्देश्य से 24 मई को भोपाल में वे स्वयं निकलेंगे। इस कार्य के लिए जिलों के जनप्रतिनिधि भी आगे आये। इस प्रकार के अभियान से आँगनवाड़ियों के संचालन में सकारात्मक प्रभाव होगा।
उन्होंने राशन वितरण की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण और मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना का अनाज हितग्राहियों को एक साथ वितरित किया जाए। उन्होंने कहा कि गरीब का राशन कोई और खा जाए, यह सहन नहीं किया जाएगा।
राशन वितरण में अनियमितता पाए जाने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी की सेवाएँ समाप्त की जाएंगी। चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में जिन हितग्राहियों के आवास स्वीकृत हुए हैं, उन्हें सही मूल्य पर निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने के लिए जिला स्तर पर व्यवस्था स्थापित की जाए।
सीमेंट-लोहा जैसी सामग्री एक साथ क्रय कर, हितग्राहियों को तुलनात्मक रूप से कम कीमत पर सामग्री उपलब्ध कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को आवास आवंटित किया गया है, उनकी सूची पंचायतों में लगाये। साथ ही सभी आवंटितों को आवास आवंटन के संबंध में स्वीकृति की जानकारी देने उनकी ओर से चिट्ठी के माध्यम से देने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों को बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहित करना आवश्यक है। मैदानी अमले में यह भाव विकसित करना होगा कि वे गरीब का मकान बनवाने में मदद कर पुण्य का कार्य कर रहे हैं।
हमारा उद्देश्य है कि प्रधानमंत्री आवास, आवास प्लस आदि योजनाओं में बनने वाले आवास गुणवत्तापूर्ण हों और हितग्राहियों के आवासों का निर्माण बिना कठिनाई के पूर्ण हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत काल में बन रहे अमृत सरोवर को आदर्श रूप में विकसित किया जाए।
उनके सौंदर्यीकरण, वृक्षारोपण और जल संचयन प्रणाली को विकसित करने पर विशेष ध्यान दें। प्रधानमंत्री की कल्पना के परिणाम स्वरूप निर्मित हो रहे अमृत सरोवरों के नजदीक 15 अगस्त और 26 जनवरी जैसे अवसरों पर झंडा वंदन का कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने अमृत सरोवर के विकास में जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने के निर्देश भी दिए।