चम्पावत में कांग्रेस का मुकाबला धामी के बजाय सरकार से : प्रदीप

बनबसा में कांग्रेस को चुनाव कार्यालय तक नहीं खोलने देने का आरोप

हल्द्वानी । कांग्रेस वरिष्ठ नेता प्रदीप टम्टा ने चम्पावत उप चुनाव में सीएम धामी पर सत्ता के बल पर चुनाव लड़ने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के दबाव में कांग्रेस के चुनाव कार्यालयों को तक बंद करने का प्रयास किया जा रहा है।
किराए में चुनाव कार्यालय देने वाले मकान मालिक पर कार्यालय हटाने का दबाव बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि चम्पावत में कांग्रेस प्रत्याशी का मुकाबला सीएम पुष्कर सिंह धामी के बजाय सरकारी मशीनरी से हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चम्पावत की जनता पर चुनाव थोपा और अब सरकारी तंत्र का बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस इसकी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी।
 टम्टा ने टनकपुर से दूरभाष पर लंबी बातचीत की। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी का बनबसा में चुनाव कार्यालय खोला गया।
चुनाव कार्यालय खोलने के चंद घंटों के बाद सरकार मशीनरी ने कांग्रेस को चुनाव कार्यालय देने वाले व्यक्ति पर दबाव बनाया और कांग्रेस का अपना चुनाव कार्यालय ही बदलना पड़ा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता और प्रतिपक्ष एक दूसरे के पूरक होते हैं।
प्रतिपक्ष जनसरोकारों को उठा कर सरकार को जनहित के कार्य करने के लिए विवश करता है, लेकिन चम्पावत उप चुनाव में सरकारी मशीनरी प्रतिपक्ष के खिलाफ हमलावर दिख रही है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा का असली चेहरा दिखायी दे रहा है।
उन्होंने कहा कि ईमानदारी से भाजपा ने चम्पावत का चुनाव जनता पर थोपा है। प्रचंड बहुमत की सरकार के पास पुष्कर सिंह धामी के अलावा कोई भी सीएम का चेहरा नहीं है। इस कारण खटीमा से हार के बावजूद धामी को चम्पावत से चुनाव लड़ाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस चुनाव को पुष्कर सिंह धामी बनाम निर्मला गहतोड़ी न बनाकर राज्य सरकार बनाम निर्मला गहतोड़ी बना दिया है। उन्होंने कहा कि यह चम्पावत के साथ ही पूरे लोकतंत्र के लिए किसी षड्यंत्र से कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रत्याशी को चुनाव कार्यालय खोलने, अपनी बात जनता तक पहुंचाने का पूरा अधिकार है। चुनाव में जनता वोट करती है। सरकारी मशीनरी को मतदान का माहौल बनाने और निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई है।
इसकी निगहबानी का काम चुनाव आयोग करता है। उन्होंने कहा कि यहां तो सरकारी मशीनरी किसी तरह की बात सुनने तक को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले को चुनाव आयोग के पास ले जाएगी।

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