पिथौरागढ़ । इंश्योरेंस में पैसा लगाकर मुनाफा देने का प्रलोभन देकर लाखों की धोखाधड़ी करने वाली महिला को पिथौरागढ़ पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार किया है।
इस मामले की एक आरोपित महिला को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पिछले वर्ष 23 दिसंबर को नीतू टम्टा पत्नी प्रकाश टम्टा वार्ड कुमौड़, थाना पिथौरागढ़ ने इस संबंध में तहरीर दी थी।
जिसमें आरोप लगाया गया कि उसके साथ रायल पैंथर नाम की एक कम्पनी ने तीन लाख रुपये की ठगी की है। संतोष कुमार नाम के व्यक्ति ने इंश्योरेंस में पैसा लगाकर अच्छा मुनाफा देने का प्रलोभन दिया और तीन लाख रुपये रायल पैंथर नाम कि फ्रॉड कंपनी के अकाउंट में डालने को कहा।
परन्तु पैसा डालने के 2 माह बाद ही किस्तों में आने वाला पैसा बंद हो गया और संतोष कुमार का भी कोई पता नहीं चला।
तहरीर के आधार पर कोतवाली पिथौरागढ़ में आईपीसी की धारा 420/120बी में मुकदमा किया गया। मामले की जांच में तनुजा जोशी उर्फ तनुजा पुनेठा, संतोष कुमार और माधुरी गहलोत के नाम प्रकाश में आए।
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के आदेशानुसार एसआई राकेश राय के नेतृत्व में गठित टीम ने बीते बुधवार को आरोपित माधुरी गहलोत पत्नी प्रशान्त चौहान निवासी ग्राम ज्योतहिम्मा, मकरपुरी, थाना स्योहारा जिला बिजनौर उ प्र को दबिश देकर ज्योतहिम्मा से गिरफ्तार कर लिया। वहीं आरोपित तनुजा जोशी उर्फ तनुजा पुनेठा को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है संतोष कुमार की तलाश जारी है।
पिछले एक साल में 30 करोड़ की धोखाधड़ी, 51 गिरफ्तार
पिछले वर्ष से अब तक पिथौरागढ़ पुलिस ने धोखधाड़ी, साइबर- ऑनलाइन फ्रॉड में लगभग 3 करोड़ की धोखाधड़ी के 66 मुकदमे दर्ज किए और 51 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। वहीं ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हुए लोगों के खाते में अब तक साढ़े तीन लाख रुपए वापस कराए गये हैं।
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के कार्यभार संभालने के बाद शेयर मार्केट- ब्याज में पैसे लगाकर लोगों से धोखाधड़ी व ऑनलाइन फ्रॉड-साइबर क्राइम और अश्लील मैसेज कर ब्लैकमेल करने आदि मामलों में पिथौरागढ़ पुलिस ने खास ध्यान दिया।
इनमें अब तक 66 मुकदमे दर्ज हुए। लगभग 30 करोड़ की धोखाधड़ी के इन मामलों में 51 लोगों को देश के विभिन्न राज्यों से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने लोगों से साइबर क्राइम से को लेकर जागरूक और सतर्क रहने की अपील की है।