नयी दिल्ली। उत्तर कोरिया में 12 लाख से अधिक लोग बीमारी की चपेट में है। उत्तर कोरिया ने 12 मई को अपने यहां कोरोना वायरस संक्रमण की पहली लहर की घोषणा की थी। कुछ लोग कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन बीए.2 से संक्रमित पाए गए थे।
केसीएनए के मुताबिक, देश में अप्रैल के महीने की आखिर से एक अंजान बीमारी का प्रसार होना शुरू हुआ है। मीडिया के मुताबिक, 14 से 15 मई के बीच देश में बुखार से पीडित लोगों की संख्या बढ़कर 392,000 से अधिक हो गई और साथ ही इस दौरान आठ मौतें भी दर्ज हुईं।
वहीं, 152,000 मरीज भी ठीक हुए। मीडिया ने बताया, अप्रैल के अंत से 15 मई तक बुखार की चपेट में आए रोगियों की कुल संख्या 12 लाख से अधिक हो गई है, जिनमें से 648,000 ठीक हो चुके है और 50 की मौत हो चुकी है।
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने देश में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देश में आजादी के बाद से अब तक का सबसे गंभीर आपातकाल बताया है। यहां के सभी शहरों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई ताकि वायरस के प्रसार की कड़ी को तोड़ा जा सके।
08 मई को राजधानी प्योंगयांग में ओमिक्रॉन का पहला मामला दर्ज होने के बाद 12 मई को किम ने प्रतिक्रिया उपायों पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक की। किम ने इस दौरान सख्ती से लॉकडाउन का पालन करवाने और महामारी रोकथाम प्रणाली को जुटाने का आदेश दिया, जिसमें दवाओं की निरंतर व नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सेना का इस्तेमाल करना भी शामिल रहा।