लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के ललितपुर में मासूम बच्ची के साथ पुलिस थाने में थानाध्यक्ष द्वारा कथित दुष्कर्म करने के मामले को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के पीछे सरकार का अपराधियों के आगे नतमस्तक होना मुख्य वजह है।
पार्टी द्वारा जारी बयान के अनुसार अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के राज में अपराधी और पुलिस, दोनों के हौसले बुलन्द है, लेकिन जनता पस्त है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति भाजपा राज में दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है।
कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब प्रदेश में कहीं न कहीं लूट, हत्या, बलात्कार की घटनायें न होती हों। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश ‘ईज डूइंग अपराध प्रदेश’ बन गया है। अखिलेश ने कहा कि गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर डॉक्टर दंपत्ति घायल हैं और मुख्यमंत्री की बहुप्रशंसित पुलिस उन्हें टरकाने में लगी है।
जौनपुर में एक मासूम छात्र को दबंगो ने मार डाला। उसका पिता रो-रोकर न्याय की मांग कर रहा है। चंदौली में एक मासूम बेटी के साथ रेप और हत्या के आरोपों से घिरी उत्तर प्रदेश की पुलिस पर अब ललितपुर के पाली में पुलिस वालों द्वारा ही सामूहिक बलात्कार करने का आरोप लगा है।
उन्होंने कहा कि ललितपुर में दुष्कर्म की शिकायत करने पहुंची नाबालिग से थाने में ही थानाध्यक्ष ने दरिंदगी की। इस शर्मनाक घटना की शिकार 13 वर्षीय बच्ची की गंभीर स्थिति विचलित करने वाली है। पार्टी की ओर से बताया गया कि बुधवार को अखिलेश ललितपुर जाकर पीड़ति परिवार से मिलेंगे।
अखिलेश ने कहा कि बुलंदशहर में 08 साल की बच्ची से गैंगरेप की शिकायत मिली है, ऐसे में आखिर लोग कहां और किस पर भरोसा करें? उन्होंने कहा कि बिगड़ती कानून व्यवस्था के पीछे वस्तुत: खुद भाजपा सरकार का अपराधियों के आगे नतमस्तक हो जाना मुख्य वजह है। सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राजनीतिक प्रश्रय पाकर भाजपाई भी अब कानून अपने हाथ में ले रहे हैं।
यही नहीं भाजपााई सरेआम अधिकारियों पर भी हाथ उठाने लगे हैं। एक महिला दारोगा को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश की जितनी बदनामी दुनिया भर में हुई है, वैसी कभी नहीं हुई थी।