ऋषिकेश। चिलचिलाती गर्मी की तपिश से निजात पाने के लिए इन दिनों तीर्थनगरी आने वाले पर्यटक गंगाघाटों का रुख कर रहे हैं। लेकिन कई पर्यटक प्रतिबंधित घाटों पर अपनी जान को जोखिम में डालकर स्नान के लिए जा रहे हैं।
हादसों के लिए संवदेनशील इन स्थानों पर डूबने की गई घटनाएं हो चुकी हैं। रविवार को मुनिकीरेती के तपोवन और शिवपुरी क्षेत्र में अलग-अलग दो लोग स्नान करते समय गंगा में बह गए।
इससे पहले भी इन स्थानों पर डूबने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस लगातार आमजन के साथ ही पर्यटकों को भी सुरक्षित घाटों पर स्नान करने की अपील करती है। लेकिन कई पर्यटक पुलिस की अपील को नजर अंदाज कर प्रतिबंधित घाटों पर स्नान करने चले जाते हैं।
एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि पर्यटकों को पानी की गहराई और बहाव का अंदाजा नहीं होता। इस वजह से डूबने की घटनाएं होती हैं।
ये घाट हैं प्रतिबंधित
लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र में गोवा बीच, बांबेघाट, संतसेवा आश्रम, मस्तराम घाट पर स्नान करना प्रतिबंधित है। इधर, मुनिकीरेती में शिवपुरी, बह्मपुरी, तपोवन में नीम बीच, और सच्चाधाम आश्रम घाट डेंजर जोन घोषित किए हैं। पिछले कुछ दिनों के आकंड़ो पर नजर डाले तो इन स्थानों पर ही सबसे अधिक डूबने की घटनाएं हुई हैं।