रुद्रप्रयाग। वनाग्नि की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। जंगलों में लगी आग अब आवासीय क्षेत्रों तक भी पहुंच रही है। रविवार देर रात जिला मुख्यालय से सटे विलोटा में जंगल में लगी आवासीय क्षेत्र में पहुंच गई ।
गांव में हो-हल्ला होने के बाद सभी ग्रामीणों ने एकत्रित होकर जान पर खेलकर आग को बुझाया। वहीं आसमान में चारो धुंध ही धुंध छाई हुई है। वन विभाग आग पर काबू पाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है।
जंगलों में लगी आग ने अब विकराल रूप धारण कर दिया है। इन दिनों जनपद का कोई भी जंगल ऐसा नहीं है, जो जलकर राख न हो रहा हो। जंगलों में लगी से जहां मानव परेशानियां बढ़ गई हैं। वहीं जंगली जानवरों का जीवन खतरे में पड़ गया है और प्राकृतिक सम्पदा जलकर राख हो गई है।
आसमान में छाई धुंध के कारण आम जनता की मुसीबत भी बढ़ गई हैं। इस धुंध के कारण जहां सूर्य की रोशनी का कोई असर नहीं हो रहा है, वहीं भीषण गर्मी पड़ रही है। जंगलों में लगी आग के कारण प्राकृतिक जल भी सूखने लग गये हैं। साथ ही कई जगह पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं।
वन विभाग की ओर से जगह-जगह आग बुझाने के लिये टीमे तो भेजी जा रही हैं, लेकिन कही भी आग पर काबू नहीं पाया जा रहा है। अगस्त्यमुनि रेंज के वन क्षेत्राधिकारी यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि वन कर्मी दिन-रात आग पर काबू पाने में जुटे हुये हैं।
जगह-जगह से जंगलों में लाग लगने की सूचनाएं मिल रही हैं। सूचना मिलते ही वनकर्मी मौके पर पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि आम जनता से जंगलों में आग न लगाने की अपील भी की जा रही है।
वहीं नवनियुक्त डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि आए दिन आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में सभी विभागों को साथ लेकर कार्य किया जोयगा। उन्होंने कहा कि जंगलों में लगने वाली आग से सभी को नुकसान पहुंच रहा है।
ऐसे में सभी को साथ मिलकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कल ही अधिकारियों की बैठक लेकर मामले में कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।